April 26, 2024

ब्यावरा। राजगढ़ में दर्दनाक हादसे में एक आरक्षक की मौत हो गई। अरक को एक तेज रफ्तार ट्रक ने बाइक सहित रौंद दिया। ट्रक की रफ्तार इतनी तेज थी कि अरक बाइक सहित पहिए के नीचे दबकर 200 मीटर तक घिसटते चले गए। आरोपी ट्रक ड्राइवर मौके से फरार हो गया। पुलिस परेड ग्राउंड में उनको अंतिम सलामी दी गई।
इसके बाद शव को परिजन के साथ भिंड में उनके पैतृक गांव भिजवाया गया। कोतवाली पुलिस का कहना है कि घटना रात 10 बजे की है। अरक मानसिंह सुठालिया थाने में पदस्थ थे। उनकी राजगढ़ में आयोजित उर्स में ड्यूटी लगी हुई थी। वे बाइक से ड्यूटी पर जा रहे थे। इसी दौरान ब्यावरा-राजगढ़ रोड पर चौकी ढाणी ढाबे के पास एक ट्रक ने मानसिंह को रौंद दिया। ट्रक काफी तेज रफ्तार में था। वह राजगढ़ से ब्यावरा की ओर जा रहा था । मानसिंह बाइक सहित ट्रक के पहिए के नीचे घिसटते हुए 200 मीटर दूर चले गया। इतनी देर में आसपास के लोग वहां जुट गए। भीड़ देख ड्राइवर ट्रक छोड़कर भाग गया। वहां खड़े प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को फोन पर सूचना दी। पुलिस टीम वहां पहुंची। पुलिस ने मर्ग कायम करते हुए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवा दिया। ट्रक ड्राइवर के खिलाफ ऋकफ दर्ज कर ट्रक को जब्त कर लिया गया है। मौके पर मौजूद अमित अहिरवार ने बताया कि वह बाइक से राजगढ़ जा रहा था, तभी सामने एक ट्रक ने अरक को टक्कर मार दी। ट्रक बहुत तेज रफ्तार में था। हम लोग तुरंत वहां पहुंच गए। हमने मानसिंह को बाहर निकाला। हम जब तक कुछ कर पाते उससे पहले ही उन्होंने दम तोड़ दिया। हमने पुलिस और एम्बुलेंस को कॉल किया। अफरा-तफरी का फायदा उठाकर ड्राइवर भाग निकला। तीन बेटे हैं, पत्नी कलावती की कैंसर के कारण 2019 में पहले ही मौत हो चुकी थी मानसिंह के बड़े भाई ने बताया कि हम मूलत: भिंड जिले के रहने वाले हैं। उनकी पोस्टिंग राजगढ़ में थी, इसलिए 25 साल से राजगढ़ में ही अपने परिवार के साथ रह रहे थे। मानसिंह का जन्म 1974 में हुआ था 1995 में पुलिस में भर्ती हुए। 5 मार्च 2020 में वह हवलदार से अरक बने ।
प्रमोशन के वक्त उनकी पोस्टिंग राजगढ़ के खिलचीपुर थाने में थी मानसिंह के उनके तीन बच्चे हैं। बड़ा बेटा प्रभात (27) गोल्ड लोन का काम करता है। दूसरा बेटा ज्ञानेंद्र (24) वढरउ की तैयारी कर रहा है। दीपेंद्र (19) सबसे छोटा बेटा है, वह बीए कर रहा है। एसपी ने शहीद का दर्जा देने पत्र लिखा एसपी राजगढ़ और डीआईजी, ग्रामीण भोपाल अवधेश कुमार गोस्वामी ने बताया कि मानसिंह जाबांज और मेहनती अधिकारी थे। पीड़ित परिवार को 1 लाख का चेक दिया है। साथ ही शहीद का दर्जा दिलाने के लिए उन्होंने महकमे को पत्र लिखा है। उर्स कमेटी ने भी सहायता राशि देने की बात कही है।