April 26, 2024

15 विमानों की पार्किंग शुरू, डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल का काम तेज
नगर प्रतिनिधि इंदौर
देवी अहिल्या होलकर एयरपोर्ट पर यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है जिसके मद्देनजर एयरपोर्ट को अपग्रेड करने का काम भी किया जा रहा है। अगले 50 सालों की जरूरतों को देखते हुए इसे तैयार किया जा रहा है। एयरपोर्ट पर 15 विमान की पार्किंग की सुविधा भी शुरू हो गई है। इसके पूर्व यहां 11 विमान ही पार्क किए जा सकते थे लेकिन अब यह 15 अतिरिक्त पार्किंग मिल गई है। इस पार्किंग बे के अलावा पैरेलल टैक्सी ट्रैक भी बनाया गया है जिस पर करीब 49 करोड़ रु खर्च हुए हैं। इसके साथ ही दो नए एयरोब्रिज भी बनाए गए हैं। एयरपोर्ट पर अब तक तीन एयरोब्रिज थे जिनकी संख्या बढ़कर अब 5 हो गई है।
मामले में सांसद शंकर लालवानी द्वारा लगातार इसकी मॉनिटरिंग की जा रही है। सोमवार को भी उन्होंने एयरपोर्ट का दौरा किया और अधिकारियों को अगली प्रोसेस के बारे में अवगत कराया। उन्होंने एयरपोर्ट से यात्रियों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में कई एयरलाइंस ने यहां पार्किंग बे की मांग की थी। जो लगभग पूरी हो गई है। अतिरिक्त पार्किंग से इससे एयरलाइंस को सुविधा होगी साथ ही एयरोब्रिज से यात्रियों के आने-जाने का समय बचेगा।
एयरपोर्ट पर नए डोमेस्टिक कार्गो टर्मिनल का काम तेजी से चल रहा है जिसमें 17,100 स्क्वायर मीटर एरिया में स्ट्रॉन्ग रूम, कोल्ड स्टोरेज, डीजीआर रूम समेत कई सुविधाएं मिलेगी। 62,000 मैट्रिक टन से भी ज्यादा की सालाना क्षमता वाले कार्गो टर्मिनल से इंदौर एवं आसपास के क्षेत्रों से सामान की आवाजाही सुगम हो सकेगी। इसके अलावा पेरिशेबल कार्गो पर भी काम चल रहा है। 300 स्क्वायर मीटर एरिया में बन रही इस कार्गो सुविधा से फल, फूल, सब्जी एवं अन्य जल्दी खराब होने वाली चीजों को बाहर भेजना आसान हो जाएगा। पेरिशेबल कार्गो की सालाना क्षमता करीब 5475 मैट्रिक टन होगी। डोमेस्टिक कार्गो के विस्तार से इंदौर के कारोबारियों को सहूलियत मिलेगी और बाहर सामान भेजना सुगम होगा। वर्तमान क्षमता से करीब 3 गुना की क्षमता वाला यह नया कार्गो टर्मिनल होगा और पेरिशेबल कार्गो के बनने से किसानों को भी फायदा होगा और उनकी आय बढ़ेगी।
..तो इस तरह फायदा मिलता रहेगा
दरअसल इंदौर अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कई आयोजन होने लगे हैं। बीते दो माह में प्रवासी भारतीय सम्मेलन, ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट, जी-20 एग्रीकल्चर वर्किंग ग्रुप के बड़े आयोजन भी हुए। ऐसे में एयर ट्रैफिक को लेकर मूवमेंट ज्यादा रहा। इसके अलावा भी पहले की तुलना में आवाजाही बढ़ी है। इस दबाव को देखते हुए एयरपोर्ट का विस्तार शुरू किया गया है। आने वाले दिनों में सभी को इसका फायदा मिलेगा।