April 25, 2024

उज्जैन। विनोद मिल की 92 बीघा जमीन के 6 बीघा हिस्से में मजदूर रहवासियों के आशियाने हटाने का काम रविवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। इस बीच रहवासियों का गुस्सा क्षेत्र की दिवारों पर जनप्रतिनिधियों के प्रति दिखाई दिया। रोते-बिलखते रहवासी अपने मकानों को तोड़ने-खाली करने में लगे हुए थे।
2 माह से विनोद मिल की चाल में रहने वाले रहवासी अपनी छत बचाने के लिये संघर्ष कर रहे थे। शुक्रवार को प्रशासन ने मुनादी करने के बाद शनिवार सुबह ही मोर्चा संभाल लिया था। जिसके बाद रहवासियों में हाहाकार मच गया था। रोते-बिलखते लोग अपने आशियानों को खाली करने में लग गये थे। रविवार को दूसरे दिन सुबह पुलिस और प्रशासन ने मार्च पास्ट किया और क्षेत्र में जवानों की तैनाती कर दी। इस बीच रहवासियों को आक्रोश जनप्रतिनिधियों के प्रति साफ नजर आया। क्षेत्र की दिवारों पर अपशब्द लिये हुए थे। जिसे देख प्रशासनिक अधिकारी भी हैरत में पड़ गये। लेकिन प्रशासन को ऊपर से आदेश था कि रहवासियों को हटाया जाएं। जिसके चलते अधिकारी रहवासियों की समस्या सुन रहे थे और वैकल्पिक स्थानों तक पहुंचने में मदद की जा रही थी।