April 26, 2024

उज्जैन। मुस्लिम समुदाय द्वारा मौलाना मौज की दरगाह के सामने रामघाट पर उर्स के दौरान कव्वाली का मंच लगाया गया था। हिन्दूवादी संगठन ने आपत्ति दर्ज कराई और हंगामे की स्थिति बनने लगी। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के साथ चार से पांच थानों के प्रभारी मौके पर पहुंच गये। जिसके बाद कार्यक्रम स्थल में बदलाव किया गया।
मौलाना मौज मोइउद्दीन चिश्ती का 669 वां उर्स कार्यक्रम मौलाना मौज कमेटी के सदस्यों ने आयोजित किया था। रामघाट पर शुक्रवार रात कव्वाल चांद कादरी की कव्वाली होना थी। जिसको लेकर रामघाट पर कार्यक्रम मंच की तैयारियां की जा रही थी। कमेटी ने प्रशासन से अनुमति ली थी, लेकिन शाम को हिन्दूवादी संगठन ने कार्यक्रम स्थल को लेकर आपत्ति दर्ज कराना शुरू कर दिया। जिसकी जानकारी लगते ही एडीएम संतोष टैगोर, एएसपी आकाश भूरिया, सीएसपी ओमप्रकाश मिश्रा, महाकाल थाना प्रभारी, जीवाजीगंज, नीलगंगा थाना प्रभारी सहित बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। कमेटी सदस्यों ने बताया कि पहले भी कार्यक्रम आयोजित किये जा चुके है। प्रशासन ने उन्हे अनुमति दी है। लेकिन हिन्दूवादी संगठन अपनी बात पर अड़े रहे। करीब 2 घंटे तक माहौल गरमाता रहा। जिसके बाद कमेटी ने कार्यक्रम स्थल को बदलने का निर्णय लेते हुए मौलाना मौज की दरगाह में ही कार्यक्रम करने का निर्णय ले लिया। इस दौरान प्रशासन की समझादारी से पूरे मामले का शांतिपूर्ण तरीके से निराकरण हो गया। कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मकसूद अली का कहना था कि 2019 में भी चांद कादरी का कार्यक्रम हुआ था। चांद कादरी संसद में कव्वाली सुना चुके है। रामघाट पर होने वाले उर्स में सभी धर्म के लोग आते हैं।