April 25, 2024

उज्जैन। बृहस्पति आगामी 23 नवंबर तक वक्री रहेंगे। इसका सबसे गहरा असर बाजार पर होगा और महंगाई भी बढ़ेगी। वैसे तो बृहस्पति को देवताओं का गुरु कहा जाता हैं। लेकिन यह मौसम, प्रकृति, राजनीति, बैंकिंग, अर्थ व्यवस्था से लेकर बाजार तक पर अपना असर दिखाते हैं।
नौ ग्रहों में बृहस्पति का पद विशेष पूजनीय माना जाता है। बृहस्पति ज्योतिष शास्त्र में धन, ज्ञान, शिक्षा, अध्यात्म, वैराग्य आदि के कारक ग्रह माने गए है। वर्तमान में शनि पहले से ही वक्री चल रहे हैं तो राहु व केतु हमेशा की तरह वक्र हैं। इन सब के साथ बृहस्पति के भी जुलाई के अंत में वक्री हो जाने से 4 ग्रहों का वकृत्व काल अभी चल ही रहा है जो कि प्रकृति तथा मौसम के दृष्टिकोण से असंतुलन की स्थिति उत्पन्न कर रहे हैं। इनके साथ बृहस्पति भी आगामी 23 नवंबर तक वक्री रहेंगे।