April 16, 2024

भोपाल। मध्यप्रदेश में लगातार हो रही बारिश से हालात बिगड़ गए हैं। 27 जिलों में हाल बेहाल है, जन-जीवन ठहर सा गया है। कुछ क्षेत्र ऐसे जरूर है जहां रात भर पानी बरसने के बाद सुबह बारिश थम गई है, जिससे कुछ राहत मिली है।
कहीं जलजमाव है। कहीं बाढ़ के हालात हैं। तेज पानी ने सरकारी व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है।

अंधेरे में रही राजधानी

कहीं घरों में पानी घुसा हुआ है तो भोपाल सहित कई शहरों में बिजली गुल है। राजधानी रात भर अंधेरे में ही रही है, हालांकि सरकार और प्रशासन एक तरह से रात भर जागा है। नदी- नालों पर बसी कालोनियों अब मुश्किल खड़ी कर रही है। लगातार बारिश से नर्मदा, चंबल, बेतवा और शिप्रा समेत तमाम छोटी बड़ी नदियां उफान पर हैं। आलम ये है कि सड़कों पर पानी भरा है, पुल-पुलिया डूब गईं है। सैकड़ों कॉलोनियां जलमग्न है। भोपाल में तो बारिश ने 6 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। पिछले 24 घंटे में राजधानी में सबसे ज्यादा 7.5 इंच बारिश हो चुकी है। जबकि इस मानसून में अब तक 56 इंच बारिश हो चुकी है। प्रदेश में दूसरे नंबर पर सबसे ज्यादा बारिश गुना में हुई है। यहां पिछले 24 घंटे में 7 इंच बारिश हो चुकी है। नर्मदापुरम में सुखतवा नदी के पुल पर पानी आने से भोपाल-नागपुर नेशनल हाईवे बंद हो गया।

नदी- नाले उफान पर

मालवा-निमाड़ में वर्षा ने बढ़ाई दिक्‍कतें, नदी-नालों में उफान पर होने से रास्ते अवरुद्ध रहे। इंदौर, उज्जैन, भोपाल, शाजापुर, आगर-मालवा और देवास में स्कूलों में अवकाश रहा। मंदसौर के रुनिजा गांव में घरों में घुसा पानी। उज्जैन रुक-रुक कर वर्षा हो रही है। इससे शिप्रा और गंभीर नदी उफान पर आ गईं। गंभीर बांध का एक गेट फिर खोलना पड़ा है। 40 मिमी से ज्यादा वर्षा हुई है।

सरकार ने की समीक्षा

भोपाल में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अतिवृष्टि प्रभावित जिला प्रशासन के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से चर्चा कर स्थिति की समीक्षा की। एसडीआरएफ, एनडीआरएफ की टीम मौजूद है, जिला प्रशासन और होमगार्ड के जवान भी बोट के द्वारा रेस्क्यू में लगे हुए है। हेलीकाप्टर से भी लोगो को निकाला जा रहा है।

 

उज्जैन – आगर रोड पर लंबा जाम

उज्जैन-आगर रोड पर 3 किलोमीटर लम्बा जाम लग गया है। घोसला के आगे लगातार पानी गिरने से नये पुल पर पानी का बहाव तेज होने के कारण रास्ता बन्द है।