April 24, 2024

उज्जैन। नगर निगम में भाजपा का बोर्ड बनने के बाद सोमवार को महापौर ने पांच एमआईसी सदस्यों की घोषणा की गई। लेकिन आदेश 13 अगस्त को जारी कर दिया गया था। एमआईसी में पांच सदस्यों की घोषणा शेष है। जिसके बाद विभागों का बंटवारा किया जाएगा।
नगर निगम चुनाव की घोषणा के बाद भाजपा में टिकिट के लिये घमासान मचा था और कार्यकतार्ओं ने जमकर विरोध दर्ज कराया था। चुनाव होने के बाद परिणाम भाजपा के पक्ष में आया और महापौर मुकेश टटवाल के साथ 37 पार्षदों का स्पष्ट बहुमत होने से निगम में भाजपा को बोर्ड बन गया। अब एमआईसी सदस्यों के गठन को लेकर कशमकश बनी हुई। सोमवार 22 अगस्त को महापौर ने 10 सदस्यों में से पांच के नाम घोषित किये गये। जिसमें योगेश्वरी राठौर, दुर्गाशक्ति सिंह चौधरी, रजत मेहता, शिवेन्द्र तिवारी और सुगनबाई बाबूलाल बाघेला का नाम सामने आया है। पांच सदस्यों का चयन किया जाना अब भी बाकी है। नाम की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर पत्र क्रमांक नि.स./ महापौर/ 2022/ 162 वायरल हुआ। जिसमें दिनांक 13 अगस्त 2022 लिखी हुई है। जिसके बाद चर्चा का दौर शुरू हो गया कि जब आदेश 8 दिन पहले ही जारी किया जा चुका था, तो घोषणा करने में देरी क्यों की गई। उसमें भी पांच सदस्यों के नाम अब तक तय क्यों नहीं किये गये है। विदित हो कि चुनाव के बाद से ही एमआईसी में शामिल होने के लिये भाजपा के जीते पार्षद जोर अजमाईश में लगे हुए है। जिसके चलते मामला भाजपा संगठन तक पहुंच चुका है। पांच नामों पर संगठन से मोहर लगने के बाद विभागों का बंटवारा किया जाएगा। उसमें भी पार्टी को कशमकश का सामना करना पड़ सकता है।