April 19, 2024

ब्रह्मास्त्र मुंबई
महाराष्ट्र के पात्रा चॉल घोटाले में आरोपी शिवसेना सांसद संजय राउत की मेडिकल के बाद पीएमएलए कोर्ट में पेशी होगी। प्रदर्शनकारियों को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कोर्ट परिसर के आसपास 200 पुलिसकर्मियों को लगाया है। इसके अलावा, ईडी आॅफिस के बाहर 100 और जेजे हॉस्पिटल के बाहर 50 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में देर रात 12 बजे गिरफ्तार किया था। बुधवार को साढ़े छह घंटे की पूछताछ के बाद ईडी की ओर से यह एक्शन लिया गया। राउत रविवार को शाम 5.30 बजे ईडी दफ्तर पहुंचे थे। राउत की गिरफ्तारी के बाद उनके भाई सुनील राउत ने कहा कि गलत तरीके से उन्हें गिरफ्तार किया गया है। हमें गिरफ्तारी के संबंध में कोई कागज नहीं दिया गया है। भाजपा संजय राउत से डरती है, इसलिए गिरफ्तारी करवाई गई है।
गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
उधर, संजय राउत की गिरफ्तारी के विरोध में पुणे, पिंपरी चिंचवाड़, नागपुर और जलगांव में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया है। पुणे और पिंपरी चिंचवाड़ में कइयों को हिरासत में लिया गया है। उद्धव ठाकरे ने पार्टी के पदाधिकारियों और नेताओं की मातोश्री पर एक बैठक बुलाई है।

 

संजय राउत पर ईडी के ऐक्शन से खुश हुईं नवनीत राणा
शिवसेना नेता संजय राउत पर हुए ईडी के ऐक्शन पर अमरावती की सांसद नवनीत का राणा की प्रतिक्रिया सामने आई है। अकसर शिवसेना पर हमलावर रहने वालीं नवनीत राणा ने कहा कि यह कार्रवाई तो ईडी को कई महीने पहले ही कर देनी चहिए थी। उन्होंने कहा कि पात्रा चॉल समेत कई जगहों पर घोटाला हुआ है। उन्होंने कहा कि संजय राउत 25 से 30 कंपनियों में पार्टनर हैं और उनके साथ मिलकर भ्रष्टाचार कर रहे थे। यही नहीं नवनीत राणा ने कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई को भ्रष्टाचार के जरिए खाने वालों के खिलाफ ईडी को ऐक्शन लेने का अधिकार है।

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नवनीत राणा ने कहा कि संजय राउत तो ईडी के समन का ही जवाब नहीं दे रहे थे। कभी सरकार गठन की बात करते थे तो कभी कहते थे कि संसद के सत्र में व्यस्त हूं। भ्रष्टाचार के मामलों में वही जवाब नहीं दे पाता हो, जो गलत हो। महाराष्ट्र की जनता भ्रष्टाचार करने वालों के विरुद्ध जरूर लड़ेगी। यही छत्रपति शिवाजी महाराज ने हमें सिखाया था। उन्होंने कहा कि यदि आप इतने चरित्रवान हैं तो पहले ही आपको पूछताछ में शामिल होना चाहिए था। यदि आप गरीबों की कमाई से संपत्ति बनाते हैं तो फिर ईडी को पूरा अधिकार है कि पूछताछ की जाए।