फ्लोर टेस्ट से पहले उद्धव का इस्तीफा : उद्धव ने सीएम की कुर्सी छोड़ी

बोले- हमारे अच्छे काम को नजर लगी, अब शिवसेना भवन में बैठूंगा
ब्रह्मास्त्र मुंबई
अपने विधायकों की बगावत के 8वें दिन उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। वे फेसबुक लाइव पर आए और कहा कि मुझे कुर्सी छोड़ने का अफसोस नहीं है। हमारे अच्छे कामों को किसी की नजर लग गई। इससे पहले हुई कैबिनेट मीटिंग में उन्होंने औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव करने को मंजूरी दे दी।
फ्लोर टेस्ट से पहले महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद और विधान परिषद की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। राज्यपाल ने फ्लोर टेस्ट के लिए गुरुवार का दिन तय किया था। इसके खिलाफ शिवसेना सुप्रीम कोर्ट गई, लेकिन वहां भी राहत नहीं मिली। इसके बाद उद्धव ने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा, ‘मैं हमेशा के लिए नहीं जा रहा हूं। अब शिवसेना भवन में बैठूंगा।’

 

संजय राउत ने कहा- शिवसेना सत्ता के लिए नहीं है, बल्कि सत्ता शिवसेना के लिए है, हम फिर लौटेंगे

शिवसेना सत्ता से बाहर हो गई है, लेकिन उनके नेताओं के तेवर अब सख्त हैं। उन्होंने कहा कि शिवसेना सत्ता के लिए पैदा नहीं हुई, सत्ता शिवसेना के लिए पैदा हुई है। ये बालासाहेब का मंत्र रहा है। हम वापस काम करेंगे और फिर अपने दम पर सत्ता में आएंगे। उन्होंने कहा कि हमें अपनों ने धोखा दिया। अपने लोगों ने खंजर घोंपा। उद्धव ठाकरे को दगाबाज कैसे दोष दे सकते हैं। संजय राउत ने कहा कि बागी विधायकों को सरकार गिराने का ठेका मिला था। दगाबाजों का महाराष्ट्र में ये नया प्रयोग है। फ्लोर टेस्ट की संभावनाओं को देखते हुए शिवसेना का बागी गुट गुवाहाटी से गोवा पहुंच गया।
इससे पहले उन्होंने कामाख्या मंदिर में दर्शन किए। हालांकि, उनके गोवा पहुंचने से पहले ही उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद बागियों ने होटल में मीटिंग कर अगले कदम की रणनीति बनाई। इस दौरान विधायक भारत गोगावले ने कहा कि ऐसा नहीं है कि उद्धव के इस्तीफे से हम बहुत खुश हैं।