उज्जैन। नानाखेड़ा क्षेत्र में शांति पैलेस चौराहे के सिग्नल पिछले कई महीने से खराब पड़े हैं। इस कारण यहां की यातायात व्यवस्था बिगड़ी हुई है। हमेशा दुर्घटना का अंदेशा बना रहता है। सिग्नल खराब होने की वजह से वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक नहीं लग पा रहा है इसके चलते वाहन चालक बेहिचक अपने वाहन को तेज गति से दौड़ा रहे हैं। और वाहनों की तेज रफ्तार राहगीरों व क्षेत्र वासियों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है। महाकाल लोक बनने के बाद बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है। शहर के कई ऐसे मार्ग है जहां पर हमेशा यातायात का अधिक दबाव रहता है। लेकिन उसके बाद भी यहां पर ऐसी कोई इंतजाम नहीं किया जा रहे हैं जिससे कि यहां की यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चल सके। ऐसी ही लापरवाही पिछले कई दिनों से नानाखेड़ा क्षेत्र में शांति पैलेस चौराहे पर देखने को मिल रही है। महाकाल की तरफ जाने वाले मार्गों पर हमेशा वाहनों का जाम लगा रहता है। कई मार्ग ऐसे हैं जहां पर अनदेखी की वजह से हमेशा यातायात व्यवस्था बिगड़ी रहती है। पूरे दिन इस चौराहे का यातायात बेपटरी होता रहता है और वाहन आपस में गुत्थम गुत्था होते रहते हैं इस दौरान लोगों के बीच विवाद भी हो रहे हैं सड़कों पर बढ़ते वाहनों के दबाव के बीच जाम की समस्या से निजात दिलाने व सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने और यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के मकसद से शहर के मुख्य चौराहों पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं इन पर लाखों रुपए खर्च हुए हैं लेकिन यह सिग्नल बार-बार खराब हो जाते हैं नानाखेड़ा शांति पैलेस चौराहे पर लगे सिग्नल पिछले कई महीनों से खराब पड़े हैं। इस वजह से यहां की यातायात व्यवस्था पूरे दिन बिगड़ी रहती है रात में और भी ज्यादा स्थिति खराब हो जाती है ट्रैफिक जाम से राहत पाने के मकसद से लगाए गए सिग्नल काम ना करने से परिवहन व्यवस्था इसके पहले भी कई बार बिगड़ चुकी है।
ना तो सिग्नल कम कर रहे ना ही ट्रैफिक जवान तैनात
शहर के बड़े पॉइंट पर ट्रैफिक सिग्नल लगाए गए हैं ताकि व्यवस्था दुरुस्त रहे। लेकिन ना तो सिग्नल कम कर रहे हैं नाहीं ट्रैफिक जवान है ऐसी स्थिति में पिछले कई दिनों से नानाखेड़ा शांति पैलेस चौराहे पर यातायात व्यवस्था बिगड़ी हुई है। लेकिन यहां की यातायात व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे इसके लिए कोई भी इंतजाम नहीं किए गए हैं। ना ही यातायात जवान मौजूद रहता है जिससे कि यहां की व्यवस्था ना बिगड़े।