मंदिरों से हटे सरकारी नियंत्रण, 108 त्रिशूल लेकर उज्जैन पहुंचे – 12 ज्योतिर्लिंग, 4 धाम के लिए निकली महासंगम यात्रा के जरिए सरकार से मांग- उज्जैन में मुख्यमंत्री से मिले अंतरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद अध्यक्ष यादव 

दैनिक अवंतिका उज्जैन।   मंदिरों से सरकारी करण हटाने जैसी कई प्रमुख मांगों को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद द्वारा निकाली जा रही महासंगम यात्रा शनिवार को उज्जैन पहुंची। यह यात्रा देश के 12 ज्योतिर्लिंग और चार धामों में धर्म का प्रचार करते हुए निकल रही है। यात्रा के पदाधिकारियों ने देश-विदेश के 120 शिवालयों के पुनर्निर्माण का संकल्प भी लिया है।

इस यात्रा का आकर्षण है 108 त्रिशूल जो कि 108 ऐसे शिव मंदिरों में स्थापित किए जाएंगे जहां पुनर्निर्माण की आवश्यकता है। 25 जनवरी को यह प्रयागराज से शुरू हुई थी जो अब तक 9374 किलोमीटर से अधिक दूरी तय कर चुकी है। परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश यादव ने उज्जैन में होटल विक्रमादित्य में पत्रकार वार्ता लेकर बताया कि देश के 100 बड़े मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कराना ही उनका मुख्य उद्देश्य है। इसके लिए परिषद जल्द देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलकर इस मांग को उनके समक्ष रखेगी। इसके पहले शनिवार की दोपहर में अध्यक्ष श्री यादव व प्रतिनिधि मंडल ने मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से भी मुलाकात की है। 

उज्जैन से यात्रा ओंकारेश्वर होकर 

21 फरवरी को दिल्ली में संपन्न होगी

यात्रा ने शनिवार को महाकाल दर्शन किए। यहां से यात्रा ओंकारेश्वर, मथुरा, वृंदावन, हरिद्वार, ऋषिकेश, उखीमठ होते हुए 21 फरवरी को दिल्ली में संपन्न होगी। 12 ज्योतिर्लिंग और 4 धामों में शिवलिंग एवं त्रिशूल प्रतिष्ठा, मंदिरों का सौंदर्यीकरण, लाइटिंग, जल व्यवस्था और वाई-फाई जैसी सुविधाओं का विस्तार किया जाएगा। इस यात्रा का एक उद्देश्य मंदिरों की महिमा पुनः स्थापित करना और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देना है। मंदिरों को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर एक स्वतंत्र समिति गठित हो, जिसमें पत्रकार, डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, भारत रत्न और पद्म विभूषण सम्मानित व्यक्ति शामिल हों। परिषद ने प्रधानमंत्री से समय मांगा है। समय नहीं मिला, तो राष्ट्रपति से मिलेंगे। वहां भी समाधान नहीं निकला, तो प्रत्येक जिले में डीएम को ज्ञापन देंगे।

भगवा ऐप से जुड़ेगा मंदिरों का डिजिटल अभियान 

परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री दीप सिहाग सिसाय ने बताया महासंगम यात्रा भगवा ऐप से जुड़ी है। यात्रा में हिंदू सेवक जोड़ेंगे। पूजा सामग्री विक्रेताओं के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सुविधा है। प्राचीन मंदिरों की सफाई और सौंदर्यीकरण के लिए विशेष टीमें बनाएंगे। ऐप सभी के लिए फ्री है और देश के बड़े मंदिरों को जोड़ रहे हैं, जिसे लोग ऑनलाइन देख सकते हैं।

 

Author: Dainik Awantika