दरोगा हप्पू सिंह ने बटोरी नवरात्रि के उत्सव में दर्शकों से ढेर सारी प्यार की न्यौछावर!

नवरात्रि भारत के सबसे अधिक पूजनीय त्योहारों में से एक है, जिसे देश के विभिन्न राज्यों में बेहद धूमधाम से मनाया जाता है। मध्य प्रदेश में इस उत्सव को बहुत भव्यता से मनाया जाता है, जिसमें श्रद्धालु नौ दिनों का उपवास रखते हैं, देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की उपासना करते हैं और अपने प्रियजनों के साथ स्थानीय डांडिया मैदानों में डांडिया खेलने के लिये जमा होते हैं। इस साल एण्डटीवी के ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में दरोगा हप्पू सिंह के किरदार के लिये मशहूर योगेश त्रिपाठी मध्य प्रदेश के इस जश्न में शामिल हुये। उन्होंने ग्वालियर की यात्रा की और वहां के त्योहारी माहौल में पूरी तरह से सराबोर हो गये तथा गरबा के दौरान सभी के साथ डांस भी किया। आईये जानते हैं कि उन्होंने नवरात्रि के जश्न के दौरान अपने अनुभव के बारे में क्या बात की।

योगेश त्रिपाठी जोकि दरोगा हप्पू सिंह के रूप में मशहूर हैं, ने अपनी खुशी का इजहार करते हुये कहा, ‘‘ग्वालियर ने अपने त्योहारी जादू से वाकई में मेरा दिल जीत लिया। पिछले साल, नवरात्रि के दौरान इस शहर की जीवंत ऊर्जा में मैं पूरी तरह से खो गया था। नवरात्रि उत्सव में शामिल होने के लिये इस साल फिर से ग्वालियर आना एक अद्भुत अनुभव था। उन्होंने जिस गर्मजोशी से मेरा स्वागत किया और अपना प्यार बरसाया, उसने मेरे दिल को छू लिया। लोगों को एक जगह इकट्ठा होकर पांरपरिक परिधानों में गरबा डांस करते देखकर मुझे बहुत खुशी हुई और ऐसा लग रहा था कि उनकी एनर्जी मेरे अंदर समा गई है। मैं उन सभी को देखकर बहुत उत्साहित था और त्योहारों के जोश में पूरी तरह से सराबोर हो गया था। ‘हप्पू की उलटन पलटन‘ में दरोगा हप्पू सिंह के मेरे किरदार को लोग बेहद प्यार करते हैं और उन्होंने जिस तरह से बुंदेलखंडी में मुझसे बात की, उससे उनका यह प्यार साफ झलक रहा था। किसी ने पूछा, ‘‘कितनी न्यौछावर लेंगे आप (हंसते हैं)?‘ जिस पर मैंने मस्ती करते हुये कहा, ‘इस बार बस प्यार की न्यौछावर लेंगे हम।‘ ग्वालियर की समृद्ध ऐतिहासिक खूबसूरती और यहां के लोगों के स्वागतभरे स्वभाव ने मेरी यात्रा को यादगार बना दिया। खूबसूरत ग्वालियर फोर्ट को देखना और स्थानीय हैंडीक्राॅफ्ट्स एवं टेक्सटाइल्स के लिये पटनायक बाजार घूमना एक आनंददायक अनुभव रहा। खाने-पीने का शौकीन होने के नाते मैंने यहां पर मीठी इमरती, खस्ता कचैड़ी और पोहा जलेबी का स्वाद चखा। इस सफर की मेरे दिल में हमेशा एक खास जगह रहेगी और मैं उस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं, जब मुझे एक बार फिर से ग्वालियर जाने और त्योहारों का आनंद उठाने का मौका मिलेगा।‘‘