आज धनतेरस के साथ शुरू हो गया  पांच दिवसीय दीपावली का महापर्व

– भाईदूज पर्व तक रहेगी त्योहारों की धूम, दीपदान व आतिशबाजी की जाएगी

ब्रह्मास्त्र उज्जैन। आज 2 नवंबर मंगलवार को धनतेरस के शुभ अवसर से पांच दिनी दीपावली का महापर्व शुरू हो गया जो  भाई दूज पर्व तक चलेगा। कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि को धन के देवता कुबेर के पूजन से धनतेरस की शुरुआत मानी जाती है तो इसका समापन भाईदूज पर यम के पूजन के साथ होता है।

शहर में लोगों ने दीपावली पर्व की सभी तैयारियां कर ली है। वहीं बाजार में खरीदारी का दौर जारी है। लोग कई दिनों पहले से ही तैयारियां कर मां लक्ष्मी के स्वागत के लिए घर-दुकान की सफाई, रंगाई व फूलों तथा रोशनी से सजावट के साथ आतुर है। आज सुबह लोगों ने धनतेरस मनाई व धन के देवता कुबेर, भगवान धन्वंतरि के साथ महालक्ष्मी का पूजन किया।

जाने कब कौन सा पर्व आएगा
धनतेरस आज 2 नवंबर को मनाई जा रही है। त्रयोदशी तिथि मंगलवार की सुबह 11:31 से शुरू होगी और बुधवार सुबह 9:03 तक

रहेगी।

आज त्रिपुष्कर योग- धन तेरस पर त्रिपुष्कर योग सूर्योदय से सुबह 11:31 बजे तक रहेगा।  

कल रूपचौदस 3 नवंबर बुधवार को मनाई जाएगी। इस दिन सुबह रूप निखारने के लिए लोग उबटन लगाकर अभ्यंग स्नान करते हैं तो शाम को दीपदान किया जाता है। इस बार चौदस दीपावली के दिन सुबह तक रहेगी।

कल सर्वार्थ सिद्धि योग – रूपचौदस पर सर्वार्थ सिद्धि योग का संयोग भी रहेग।

दीपावली 4 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन सुबह चौदस रहेगी तो शाम को अमावस्या हाोगी। लोग शाम को गोधूलि बेला में मां लक्ष्मी की पूजा करेंगे। आतिशबाजी के साथ दीपदान किया जाता है।

गोवर्धन पूजा 5 नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन पड़वा पर गाय के गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर पूजा की जाती है। इसी रोज देवी अन्नपूर्णा की पूजा कर अन्नकूट भी लगाया जाता है। महिलाओं के लिए यह सुहाग पड़वा या धोक पड़वा पर्व भी होता है।

 

भाईदूज नवंबर को मनाई जाएगी। इस दिन बहने भाईयों को घर पर आमंत्रित कर तिलकर कर भोजन कराती है।