श्री योगेश जी महाराज का 39 वाॅ जन्मोत्स्व मनाया गया।

दुध ,गौमूत्र एवम शहद से शिवजी का रूद्राभिषेक किया गया।

मनावर।  मां जीवनदायिनी नर्मदा जी के उत्तरी तट पर बसे श्रीधाम बालीपुर मे श्मशान भूमि को तपोभूमि बनाने वाले श्री श्री 1008 श्री गजानन जी महाराज अंबिका आश्रम बालीपुर में उनके परम स्नेही शिष्य श्री योगेश जी महाराज का 39 वां जन्मोत्सव वेदोक्त ,शास्त्रोक्त एवम पुराणोंक्त रीति से मनाया गया। अंबिका आश्रम को फूल ,गुब्बारों ,पत्तों से मनमोहक रंग से सजाया गया। आयोजन में छोटा उदयपुर, बड़वानी ,कुक्षी ,इंदौर ,भोपाल, ग्वालियर एवम शहरो से बड़ी संख्या में भक्त शामिल हुए। मध्य रात तक चले भंडारे में बड़ी संख्या में भक्तों ने भोजन प्रसादी ग्रहण की। गांव में शोभायात्रा निकाली गई। हवन ,पूजन , 108 अखंड रामायण पाठ ,108 हनुमान चालीसा पाठ , 108 दुर्गा चालीसा पाठ एवम रूद्राभिषेक का कार्यक्रम आयोजित किए गए। रामदास भक्त मंडल अलीराजपुर की टीम द्वारा जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में सुंदरकांड का पाठ किया गया। गुरु की प्रतिमा का पूजन कर गुरु की आरती की गई ।गुरु भक्तों ने गुरु का स्मरण कर पूजन किया ।

गौरतलब है कि 103 वर्ष पूर्व बालीपुर धाम में बाबाजी का अवतरण हुआ था। गुरुदेव द्वारा अपना तप, साधना, भक्ति भाव सदैव ईश्वर में रमे रहता था ।हवन, पूजा द्वारा पूरा जीवन ही साधना के बल पर लक्षित रखा । सद्गुरु सेवा समिति के अध्यापक जगदीश पाटीदार ने बताया कि श्री योगेश जी महाराज ने 17 वर्षों से अपने आध्यात्मिक मार्ग में कठिन परिश्रम करके गुरुजी की आरती के माध्यम से विभिन्न जिलों को जोडकर अन्य धर्मों मे गये हुए लोगो को वापस मूल धर्म में लाया गया ,जो देश के लिए बहुत बडी उपलब्धि है।नन्नु महाराज जी का भी पूजन किया गया।। गायिका कलाकार सोनू शर्मा इंदौर एवं गायक कलाकार चेतन शर्मा उज्जैन द्वारा भजन संध्या में भजनों की प्रस्तुति दी गई।

रिपोर्ट  कोशिक पंडित