हाई पावर कमेटी दिन भर इंतजार करती रही पर नहीं आया एक भी भूमाफिया

 

चेतावनी के साथ एक और दिया मौका, पीड़ितों ने कहा- पैसे लेने के बाद 15 साल से ऐसी ही दादागीरी कर रहे माफिया

इंदौर। कालिंदी, सैटेलाइट और फीनिक्स टाउनशिप के पीड़ितों को राहत मिलती दिखाई नहीं दे रही है। हाई कोर्ट के आदेश पर गठित हुई हाई पावर कमेटी को भी भूमाफिया हल्के में ले रहे हैं। बुधवार को हाई पावर कमेटी ने चंपू, चिराग, नीलेश, महावीर और निकुल कपासी को हाजिर रहने के आदेश दिए थे। कमेटी पुरे दिन बैठी रही लेकिन एक भी आरोपी नहीं आया। इस पर कमेटी ने कड़ी नाराजगी जाहिर की। कमेटी ने पीड़ितों को सुनने के बाद कहा कि भूमाफिया सेटलमेंट नहीं चाहते हैं तो इनकी जमानत निरस्त किए जाने की अनुंशसा रिपोर्ट में कर दी जाएगी।
वहीं, पीड़ितों ने भी कमेटी से कहा कि हमसे पिछले 15 साल से इसी तरह दादागीरी कर रहे हैं। पूरा पैसा भी ले लिया और प्लाॅट भी नहीं दे रहे। तीनों कॉलोनी के 255 पीड़ितों के निराकरण करने के लिए कमेटी सुनवाई कर रही है। मंगलवार को कमेटी ने फीनिक्स कंपनी के सभी डायरेक्टर चंपू अजमेरा, नीलेश अजमेरा, सोनाली अजमेरा, योगिता अजमेरा सहित अन्य को आने के निर्देश दिए थे। लेकिन बुधवार को कमेटी के सामने केवल निकुल कपासी, रजत बोहरा ही पहुंचे। जबकि दोनों फर्म में कर्मचारी हैं। इनके हाथ में निर्णय लेने का अधिकार तक नहीं है। भूमाफियाओं ने खुद आने के बजाए वकीलों को आगे कर दिया। कमेटी ने निर्देश दिए कि गुरुवार को सभी आरोपी हर हाल में आएं अन्यथा सख्त कार्रवाई की अनुशंसा की जाएगी।

21 जून को होना है सुनवाई

कमेटी को सभी पीड़ितों को सुनने के बाद रिपोर्ट तैयार करना है। आगामी 21 जून को हाई कोर्ट रिपोर्ट के आधार पर अगली सुनवाई करेगी और आदेश जारी करेगी। कमेटी ने चेतावनी दी कि सहयोग नहीं किया तो रिपोर्ट में इसका उल्लेख किया जाएगा। दूसरे दिन भी फीनिक्स के 50 पीड़ित कमेटी के समक्ष हाजिर हुए। न केवल इंदौर बल्कि अन्य शहर और राज्यों से भी पीड़ित सामने आ रहे हैं।