कोरोना के बढ़ रहे मामले, हाई कोर्ट में फिर शुरू हो सकती है वर्चुअल सुनवाई

 

इंदौर। मप्र हाई कोर्ट की सभी पीठों में एक बार फिर वर्चुअल सुनवाई शुरू होगी। कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर हाई कोर्ट के मुख्य न्याधिपतियों को इस बारे में पत्र भी लिखा गया है। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधिपति डा. डीवाय चंद्रचूड़ ने एक मामले में अर्जेंट सुनवाई की प्रार्थना स्वीकारते हुए यह बात कही।
उन्होंने कहा कि सभी हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधिपतियों से अपने-अपने हाई कोर्ट में वर्चुअल/हाईब्रिड सुनवाई तत्काल शुरू करने के लिए आग्रह किया गया है। मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की ई-कमेटी सतत प्रयास कर रही है कि न्यायालयों में वर्चुअल/हाईब्रिड सुनवाई जल्द से जल्द शुरू हो सके।

वर्चुअल कोर्ट को बंद करने के निर्णय को दी चुनौती

जिस याचिका की अर्जेंट सुनवाई स्वीकारते हुए कोर्ट ने यह जानकारी दी, वह एडवोकेट सिद्धार्थ राधेलाल गुप्ता ने दायर की है। याचिका में कहा गया है कि देश में कोविड के मामले एक बार फिर बढ़ रहे हैं। वकीलों को न्यायालय में पैरवी करने में असुविधा हो रही है। ऐसी स्थिति में वर्चुअल/हाईब्रिड सुनवाई का विकल्प उपलब्ध कराना आवश्यक है। याचिका में उच्च न्यायालयों द्वारा वर्चुअल कोर्ट को बंद करने के निर्णय को चुनौती दी गई है। अगली सुनवाई 8 मई को होगी। इसमें यह निर्धारित होगा कि इस मामले में न्यायिक आदेश जारी किया जा सकता है या नहीं।

पूर्व में भी सुप्रीम कोर्ट जता चुका है नाराजगी

इसके पहले भी 13 फरवरी को सुप्रीम कोर्ट ने वर्चुअल/हाईब्रिड सुनवाई बंद करने पर नाराजगी जताई थी। कोर्ट ने कहा था कि आधारभूत ढांचा और समुचित व्यवस्था होते हुए भी न्यायालयों में वर्चुअल/हाईब्रिड सुनवाई के विकल्प को इस्तेमाल नहीं किया जाता है। वर्चुअल और हाईब्रिड सुनवाई को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए।