April 30, 2024

उज्जैन। केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ में हुए सायबर क्राइम मामले की जांच के लिये गुरुवार को भोपाल से एसआईटी की तीन सदस्यीय टीम उज्जैन पहुंची। टीम केन्द्रीय जेल के 16 प्रहरियों और कैदियों के बयान दर्ज किये है। जिसकी रिपोर्ट भोपाल पहुंचकर जांच कमेटी को सौंपी जाएगी।
पिछले वर्ष केन्द्रीय जेल भैरवगढ़ उस वक्त सुर्खियों में आई थी, जब भोपाल जेल में बंद महाराष्ट्र सायबर क्राइम के आरोपी अनंत अमर अग्रवाल ने भैरवगढ़ जेल में रहने के दौरान जेलर संतोष लड़िया पर जेल की सलाखों के पीछे से ही सायबर क्राइम कराए जाने का आरोप लगाया था। उसने अपनी शिकायत में बताया था कि जेल में उसे लेपटॉप के साथ कई सुविधा उपलब्ध कराते हुए कई लोगों के क्रेडिट कार्ड हैंक करने, नामी लोगों के फोन ट्रेप कराकर धोखाधड़ी की है। मामला सामने आने के बाद भोपाल में जांच के लिये एसआईटी गठित की गई। वहीं जेल अधीक्षक रही अलका सोनकर, जेलर संतोष लड़िया, उपजेलर सुरेश गोयल को मुख्यालय तलब कर लिया गया। पिछले 10 माह से मामले की जांच की जा रही है। एसआईटी को काफी सुराग मिलना बताये जा रहे हैं। जिसके बाद 16 प्रहरियों और कैदियों की सूची तैयार की गई, जिनके खातों से ट्रांजेक्शन होने की बात कहीं जा रही है। इन्हीं 16 लोगों के बयान दर्ज करने के लिये एक बार फिर एसआईटी की तीन सदस्यीय टीम केन्द्रीय जेल पहुंची है। टीम ने सभी के बयान दर्ज किये है। जिसकी रिपोर्ट भोपाल पहुंचकर सौंपी जाएगी। मामला उजागर होने के बाद एसआईटी की टीम जांच के लिये पूर्व में भी आ चुकी है।