नदी में उफान से रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त, इंदौर-कोटा मार्ग बंद, चंबल नदी खतरे के निशान से 10 मीटर ऊपर पहुंची, बाढ़ का खतरा, सेना तैनात

9 ट्रेनों का मार्ग बदला

ब्रह्मास्त्र गुना
गुना में पार्वती नदी और ब्यावरा-पचोर में दूधी नदी के पुल पर पानी आ जाने से रेलवे ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया है। ट्रैक के खराब हो जाने से इंदौर-कोटा रेल रूट बंद कर दिया गया है। कई ट्रेनों को डाइवर्ट कर दिया गया है तो कई को रद्द कर दिया गया है। इससे यात्री परेशान हो रहे हैं।
कोटा से इंदौर के लिए निकली कोटा-इंदौर इंटरसिटी एक्सप्रेस को रुठियाई में ही रोक दिया गया है। उसे वापस कोटा भेजा जा रहा है। इंदौर जाने वाले यात्री अब वापस कोटा जाने के इंतजार में रुठियाई स्टेशन पर इंतजार कर रहे हैं।

ब्यावरा-पचोर में दूधी नदी का जलस्तर बढ़ने से रेलवे ट्रैक पर पानी आ गया है। इस कारण उस तरफ से आने-जाने वाली ट्रेनों को कैंसिल या डयइवर्ट किया गया है। बीना से नागदा तक चलने वाली बीना-नागदा ट्रैन को कैंसिल कर गुना तक कर दिया गया है। यह ट्रैन बीना से गुना तक ही चलेगी। वहीं साबरमती एक्सप्रेस को डाइवर्ट कर दिया गया है। उसे बीना, भोपाल से भेजा गया है। कोटा से इंदौर जाने वाली कोटा-इंदौर इंटरसिटी को रुठियाई तक सीमित कर दिया गया है। वहीं शाम तक दूसरी ट्रेनों के बारे में भी आर्डर आ सकता है।

ये ट्रेनें की गईं डायवर्ट
बांद्रा-झांसी
इंदौर-अमृतसर
भिंड-इंदौर
अहमदाबाद-वाराणसी
वाराणसी-अहमदाबाद
(ये ट्रैन बीना, भोपाल होते हुए निकलेंगी।)
ग्वालियर-रतलाम
सूरत-वाराणसी।

चंबल नदी खतरे के निशान से 10 मीटर ऊपर पहुंची, बाढ़ का खतरा, सेना तैनात
धौलपुर। राजस्थान और मध्यप्रदेश में लगातार हो रही मानसून की भारी बारिश के कारण चंबल नदी ने रौद्र रूप धारण कर लिया है। कोटा बैराज सहित अन्य बांधों से चंबल नदी में पानी छोड़े जाने के बाद धौलपुर जिले में चंबल नदी जबर्दस्त उफान पर आ गई है। यह खतरे के निशान से करीब 10 मीटर ऊपर पहुंच गया। इससे जिला प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गया। सुरक्षा की दृष्टि से सेना के 75 जवानों को राजाखेड़ा इलाके में चंबल नदी किनारे के गांव में तैनात कर दिया गया है। बाढ़ संभावित क्षेत्रों के सभी सरकारी और निजी स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।