April 27, 2024

वीर सावरकर को भारत रत्न देने का हिंदू महासभा ने उज्जैन से किया आगाज

राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री से लेकर सांसदों, विधायकों को किया आमंत्रित

ब्रह्मास्त्र उज्जैन। वीर सावरकर के नाम पर एक बार फिर सियासत तेज हो गई है। हिंदू महासभा ने उज्जैन से यह आगाज कर दिया है कि यदि भारत सरकार ने वीर सावरकर को भारत रत्न देने की घोषणा नहीं की तो 5 दिसंबर को वह सूरत में स्वातंत्र्य वीर को यह उपाधि दे देगी। गौरतलब है कि चुनाव के दौरान अक्सर वीर सावरकर को लेकर वाद विवाद होते रहे हैं। भाजपा भी सावरकर के नाम को भुनाती रही है, लेकिन अभी तक उन्हें भारत रत्न नहीं दिया गया है।
हिंदू महासभा ने कहा है कि यदि भारत सरकार ने महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वीर सावरकर को भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया तो गुजरात के सूरत में 5 दिसंबर को उन्हें भारत रत्न घोषित कर देंगे। हिंदू महासभा के पदाधिकारियों ने वीर सावरकर को भारत रत्न घोषित करने का आगाज उज्जैन से कर दिया है। पदाधिकारियों ने कहा कि वीर सावरकर को भारत रत्न दिया जाना चाहिए। इसकी मांग हम राष्ट्रपति प्रधानमंत्री सहित कई शीर्ष नेताओं से कर चुके हैं ,लेकिन हमारी मांग पर अभी तक विचार नहीं किया गया है। भारत रत्न देने का अधिकार भारत सरकार को है, इसलिए हिंदू महासभा की मांग है कि 5 दिसंबर के पहले पहले वीर सावरकर को भारत रत्न घोषित किया जाए। यदि ऐसा नहीं होता है तो गुजरात के सूरत में 5 दिसंबर को एक भव्य आयोजन होगा, जिसमें वीर सावरकर को भारत रत्न घोषित किया जाएगा तथा उन्हें इस उपाधि से सम्मानित किया जाएगा। हिंदू महासभा का कहना है कि इसके लिए हमने राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री , राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत, सांसदों, विधायकों सहित कई नेताओं से पत्राचार किया है। यदि भारत सरकार वीर सावरकर को भारत रत्न नहीं देती है तो इन सभी नेताओं को भी 5 दिसंबर को सूरत में आमंत्रित किया है। उनका मानना है कि वीर सावरकर को भारत रत्न देने से भारत रत्न उपाधि की सार्थकता सिद्ध होगी। हिंदू महासभा ने कहा कि वीर सावरकर एकमात्र ऐसे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हैं, जिन्हें जीवन में दो बार आजीवन कारावास की सजा हुई। 15 वर्ष से अधिक समय उन्होंने जेल में बिताया। हिंदू महासभा का आरोप है कि वीर सावरकर के नाम पर नेता राजनीति कर रहे हैं। जब- जब भी चुनाव आते हैं, वीर सावरकर को भारत रत्न देने की बात कही जाती है, लेकिन भारत रत्न दिया नहीं जाता। उन्होंने इस बात को लेकर नाराजगी व्यक्त की कि नेता भारत रत्न देना ही नहीं चाहते। सिर्फ चुनाव के वक्त वोट पाने के लिए भारत रत्न देने की बात की जाती है।