गर्भ में बच्चे की मौत, फर्जी डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप: उज्जैन में डॉ. तैय्यबा का दूसरा अस्पताल भी सील

गर्भ में बच्चे की मौत, फर्जी डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप: उज्जैन में डॉ. तैय्यबा का दूसरा अस्पताल भी सील

उज्जैन। शहर में स्वास्थ्य सेवाओं की लापरवाही एक बार फिर सामने आई है। शुक्रवार को डिलीवरी के दौरान नवजात की मौत के बाद परिजनों ने विवादित डॉक्टर तैय्यबा शेख पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मामले के बाद जिला प्रशासन ने उनके दूसरे अस्पताल आशीर्वाद हॉस्पिटल को भी सील कर दिया।

मामला क्या है

चिंतामन निवासी लखन मालवीय की पत्नी काजल छह माह की गर्भवती थीं। अचानक तबीयत बिगड़ने पर वे सरकारी अस्पताल जीवाजीगंज पहुंचे। यहां आशा कार्यकर्ता ने उन्हें बताया कि संबंधित डॉक्टर मौजूद नहीं हैं और इलाज के लिए डॉ. तैय्यबा के अस्पताल जाने की सलाह दी।

परिजन काजल को पंवासा स्थित आशीर्वाद अस्पताल ले गए। जांच के बाद डॉ. तैय्यबा ने कहा कि “बच्चे के हाथ-पैर नहीं बने हैं।” इलाज के नाम पर खून की बोतल चढ़ाई गई और मरीज को डराया गया कि “पेट में जहर फैल जाएगा, जान भी जा सकती है।”

दूसरे अस्पताल में निकला सच

परिजन मरीज को जबरन छुट्टी दिलाकर एसएन कृष्णा अस्पताल ले गए। यहां सामान्य डिलीवरी कराई गई, लेकिन बच्चा मृत पैदा हुआ। डॉक्टरों ने साफ किया कि बच्चे का शरीर पूरी तरह विकसित था और हाथ-पैर सामान्य थे।

परिजनों का हंगामा

बच्चे की मौत के बाद परिजन माधव नगर अस्पताल पहुंचे और सीएमएचओ कार्यालय में नारेबाजी की। उनका आरोप है कि जब डॉ. तैय्यबा का एक अस्पताल पहले ही सील किया जा चुका था, तो वह दोबारा कैसे क्लीनिक चला रही थीं।

प्रशासन की कार्रवाई

माधव नगर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विक्रम रघुवंशी ने बताया कि डॉ. तैय्यबा द्वारा प्रस्तुत BEMS डिग्री फर्जी है और मध्यप्रदेश में मान्य नहीं है। मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।

गंभीर आरोपों और परिजनों के विरोध के बाद स्वास्थ्य विभाग ने डॉ. तैय्यबा का दूसरा अस्पताल भी सील कर दिया है।


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