चुनावी नतीजों से अडानी को भारी नुकसान गंवा दिए 3.64 लाख करोड़

ब्रह्मास्त्र नई दिल्ली

चुनावी नतीजों के आने के बाद अडानी ग्रुप को भारी नुकसान हो चुका है। ग्रुप की सभी 10 कंपनियों के शेयर औंधे मुंह गिरे हैं। जिसकी वजह से ग्रुप के मार्केट कैप में 3.64 लाख करोड़ रुपए नुकसान देखने को मिल सकता है। अडानी पोर्ट हो या फिर अडानी एनर्जी। आप यहां पर अडानी इंटरप्राइजेज को भी ले सकते हैं। जिनमें 19 से 21 फीसदी तक की गिरावट देखने को मिली है। खास बात तो ये है कि अडानी ग्रुप के कई शेयर लोअर सर्किट के करीब कारोबार करते हुए दिखाई दिए।
कारोबार समाप्त होने पर अडानी पोर्ट्स का शेयर 21.26 फीसदी, अडानी एनर्जी सोल्यूशंस 20 फीसदी, समूह की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज 19.35 फीसदी, अडानी ग्रीन एनर्जी ने 19।20 फीसदी का गोता लगाया। अडानी टोटल गैस 18.88 प्रतिशत, एनडीटीवी 18.52 प्रतिशत, अडानी पावर 17.27 प्रतिशत और अम्बुजा सीमेंट 16.88 प्रतिशत नीचे आया। वहीं एसीसी का शेयर 14.71 प्रतिशत और अडानी विल्मर 9.98 प्रतिशत नीचे आया। कारोबार के दौरान समूह की 10 कंपनियों में से आठ निचले सर्किट पर पहुंच गए थे।

कारोबार के दौरान अडानी एंटरप्राइजेज 25 प्रतिशत के निचले सर्किट पर पहुंच गया था। वहीं अडानी पोर्ट्स 25 प्रतिशत और अम्बुजा सीमेंट्स 22.5 प्रतिशत लुढ़क कर सर्किट के निचले स्तर पर पहुंच गया था। अडानी पावर 20 प्रतिशत और अडानी एनर्जी 20 प्रतिशत लुढ़क कर निचले सर्किट सीमा पर पहुंच गया था। अडानी ग्रीन 20 प्रतिशत और अडानी टोटल गैस 19.89 प्रतिशत नीचे आ गया। वहीं एनडीटीवी 19.98 प्रतिशत और एसीसी 19.69 प्रतिशत की गिरावट के साथ सर्किट के निचले स्तर पर पर पहुंच गया था। अडानी विल्मर का शेयर भी 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ सर्किट के निचले स्तर पर आ गया था।
अडानी ग्रुप की 10 लिस्टिड कंपनियों का मार्केट कैप 3,64,366.12 करोड़ रुपए घटकर 15,78,346.79 करोड़ रुपए पर आ गया है। जबकि सोमवार को ग्रुप की लिस्टिड कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 19,42,712.91 करोड़ रुपए था।

 

खास बात तो ये है कि एक दिन पहले ग्रुप के मार्केट कैप में 1।50 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का इजाफा देखने को मिला था। कारोबारी सत्र के दौरान तो ग्रुप का मार्केट कैव 20 लाख करोड़ रुपए को भी पार कर गया था। लेकिन आज बाजार में इतनी बड़ी गिरावट को लेकर कोई तैयार नहीं था। एग्जिट पोल के आंकड़ें आने के बाद हर कोई मानकर चल रहा था कि बीजेपी अपने दम पर सरकार आसानी से बना लेगा। लेकिन देर शाम तक एनडीए 300 सीटों का आंकड़ा भी दिखाई नहीं दे रहा है।