कोटा से चैन्नई के निकला था ट्रक ड्रायवर सोया रूचि प्लांट के सामने मिली थी लहूलुहान लाश

उज्जैन। सोया रूचि प्लांट के सामने 30 अप्रैल को लहूलुहान हालत में एक व्यक्ति की लाश मिली थी। घट्टिया थाना पुलिस ने शिनाख्त नहीं होने पर पोस्टमार्टम कराया था। मृतक के शरीर पर चोंट के निशान पाये गये थे। पहचान नहीं होने पर शव को दफना दिया गया था। 10 मई को उसकी पहचान हो गई थी। अब पुलिस मामले की गुत्थी सुलझाने में लगी है। मृतक ट्रक ड्रायवर था, उसके लापता होने पर साथी ट्रक लेकर चला गया था। घट्टिया थाना प्रधान आरक्षक मानसिंग आर्य ने बताया कि 30 अप्रैल की रात सोया रूचि प्लांट के सामने वीरा ढाबे के पास सड़क से एक व्यक्ति का शव बरामद किया गया था। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उसके साथ दुर्घटना हुई है। शव को जिला अस्पताल पहुंचाया गया था। 24 घंटे बाद भी उसकी शिनाख्त नहीं होने पर पोस्टमार्टम के बाद शव को दफना दिया गया था, लेकिन शार्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके शरीर पर चोंट के निशान होना सामने आये थे। जो मौत से पहले के होना पाये गये। पुलिस उसकी पहचान के प्रयास कर रही थी। 10 दिनों बाद राजस्थान के सुकेत में रहने वाला अली परिवार थाने पहुंचा और सोया रूचि प्लांट के सामने से इंसाफ पिता इशाक अली 48 वर्ष के लापता होने की गुमशुदगी दर्ज करने की बात कहीं। पुलिस ने लहूलुहान हालत में मिली लाश के फोटोग्राफ दिखाये तो परिजनों ने उसकी पहचान कर ली। उन्होने बताया कि इंसाफ ट्रक ड्रायवर था और कोटा से चैन्नई के निकला था उसके साथ क्लीनर सागीर था। दोनों बालाजी ढाबे के सामने चाय नाश्ते के लिये रूके थे। सागीर ने सुकेत लौटने के बाद बताया कि इंसाफ चाय-नाश्ते के दौरान लापता हो गया था। उसका मोबाइल भी ले गया था। ट्रक में भरा माल चैन्नई पहुंचाना था, जिसके चलते वह ट्रक लेकर रवाना हो गया था। पुलिस ने सागीर का पता किया तो उसके साथ नहीं आने की बात मृतक के परिजनों ने बताई। प्रधान आरक्षक आर्य के अनुसार मृतक की फायनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उसके बाद आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। परिजनों को सूचना देने वाले सागीर को बयान के लिये बुलाया जाएगा। उसके बाद ही ट्रक ड्रायवर के साथ हुई घटना स्पष्ट हो पायेगी। पुलिस को मृतक और उसके साथी सागीर का मोबाइल भी नहीं मिला है। जिसकी लोकेशन ट्रेस कर घटना का पता लगाया जा रहा है।