खाचरौद की युवती का गला काटकर जावरा में की गई हत्या -4 दिन बाद हुई शिनाख्त, दफनाया शव परिजनों को सौंपा

उज्जैन/जावरा। 4 दिन पहले जावरा पुलिस ने एक युवती की गली कटी लाश बरामद की थी। जिसकी शनिवार को शिनाख्त हो गई। युवती उज्जैन जिले के खाचरौद की रहने वाली थी। शिनाख्त नहीं होने पर पुलिस ने शव दफना दिया था। परिजनों के पहुंचने पर गड्ढा खोदकर लाश को निकाला गया और अंतिम संस्कार के लिये परिजनों को सौंपा गया।जावरा पुलिस ने 2 अप्रैल को महू-नीमच हाइवे मार्ग पर भारत पैलेस मंगलदास आश्रम के पास से एक युवती की लाश बरामद की थी। युवती लगभग 24-25 वर्ष की प्रतीत हो रही थी। जिसका गला धारदार हथियार से कटा होना पाया गया था वही अद्र्धनग्न हालत में थी। उसके गले में सोने की चेन, हाथ में अंगूठी, कान के टॉप्स यथावत थे। मुंह दबाने के निशान भी चेहरे पर दिखाई दे रहे थे। प्रथमदृष्टता हत्या लूट के इरादे से होना सामने नहीं आया। पुलिस ने मृतका का पोस्टमार्टम कराया और शिनाख्त नहीं होने पर शुक्रवार को शव दफना दिया। इस बीच शनिवार को खाचरौद के ग्राम नरेडीबेरा का रहने वाला धीरेन्द्रङ्क्षसह जावरा पहुंचा और पुलिस से संपर्क करने के बाद मृतक युवती की पहचान अपनी बहन सविता कुंवर पिता भारतसिंह 24 वर्ष के रूप में की। भाई ने बताया कि सविता रतलाम स्थित राममंदिर के पीछे सखवाल नगर में किराये का मकान लेकर रहती थी और नर्सिंग की पढाई कर रही थी। पुलिस ने शिनाख्त होने पर दफनाया गया शव गड्ढा खोदकर बाहर निकाला और परिजनों को अंतिम संस्कार के लिये सुपुर्द किया। मोबाइल बंद आने पर भाई पहुंचा था थाने जावरा डीएसपी शक्तिसिंह ने बताया कि युवती की शिनाख्त नहीं होने पर आसपास के सभी जिलों के पुलिस से गुमशुदा युवती की जानकारी मांगी गई थी, वहीं सोशल मीडिया पर फोटो वायरल कर शिनाख्त के प्रयास शुरू किये गये थे। शिनाख्त के लिये आई भाई धीरेंद्र ने बताया कि सविता से रविवार को आखिरी बार बात हुई थी। सोमवार को उसे मोबाइल पर कॉल किया लेकिन उसका मोबाइल बंद था। सविता अधिकांश मोबाइल बंद रखती थी, लेकिन जब शुक्रवार तक उससे संपर्क नहीं हुआ तो वह रतलाम पहुंचा। जहां किराये के मकान पर ताला लगा होना सामने आया। आसपास वालों ने उसे बताया कि कुछ दिन से दिखाई नहीं दी। सविता के लापता होने पर वह रतलाम के औद्योगिक थाने गुमशुदगी दर्ज कराने पहुंचा था। जहां उसे जवारा में मिली लाश के फोटोग्राफ पुलिस ने दिखाये, जिसे देख सविता के रूप में पहचान की और जावरा आ गया। परिवार में सबसे बड़ी थी सविता जावरा पुलिस को भाई धीरेन्द्र ने बताया कि सविता परिवार में सबसे बड़ी थी। उसकी 2 बहन ओर एक भाई है। पिता का 2 साल पहले निधन हो गया था। घर में मां है। सविता ने रतलाम से नर्सिंग का फार्म भरा था, जिसके चलते वह रतलाम में रहकर नर्सिंग की पढ़ाई कर रही थी। जवारा के ढोढर थाना पुलिस ने आशंका जताई है कि उसे विश्वास में लेकर यहां तक लाया गया है और हत्या की गई है। घटना तत्कालीन विवाद के बाद होना प्रतीत हो रही है। डीएसपी शक्तिसिंह का कहना था कि हत्या में ऐसे व्यक्ति का हाथ हो सकता है, जो युवती का पहचानता था। अब शिनाख्त हो चुकी है, जल्द ही परिजनों के बयान दर्ज उसके साथ नर्सिंग कोर्स कर रही अन्य छात्रों के बयान दर्ज आरोपी का सुराग तलाश लिया जाएगा।