रूम बुकिंग और सिक्यूरिटी के नाम पर कराया था ट्रांजेक्शन पतंजलि योगपीठ के नाम पर ऑनलाइन 94 हजार की धोखाधड़ी

दैनिक अवन्तिका
उज्जैन। पतंजलि योगपीठ के नाम पर ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में तीन माह बाद पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया है। गूगल पर फर्जी साइड बनाकर शातिर बदमाशों द्वारा दुबे परिवार के साथ 94 हजार का ट्रांजेक्शन करा लिया था। जो यूपी के खाते में जाना सामने आया है।
महाकाल थाना पुलिस ने बताया कि कहारवाड़ी में रहने वाले सत्येन्द्र कुमार पिता मुरारीलाल दुबे पंडिताई करते है। 7 जनवरी को उन्होने परिवार के बुजुर्गो का पतंजलि योगपीठ के माध्यम से उपचार कराने के लिये गूगल पर नबंर सर्च किया। उनका संपर्क मोबाईल नंबर 89672-86876 से हुआ। कॉल रिसिव करने वाले ने खुद को पतंजलि योगपीठ का होना बताया। सत्येन्द्र ने उपचार संबंधी जानकारी ली। मोबाइल धारक ने बताया कि सात तक दो लोगों के रूकने पर 49 हजार रूपये चार्ज लगेगा। जिसमें रहने की व्यवस्था रहेगी। रूम बुकिंग के लिये सत्येन्द्र दुबे ने 49 हजार रूपयों का ट्रांजेक्शन कर दिया। उसके बाद उसके पास कॉल आया कि पहली बार आ रहे हो तो सिक्युरिटी मनी जमा कराना होगी। जिसके लिये 45 हजार का ट्रांजेक्शन करना होगा। दूसरे दिन 45 हजार का ट्रांजेक्शन किया गया। कुछ दिन बाद जब जाने की तैयारी की गई और उक्त नबंर पर कॉल किया गया तो वह बंद होना सामने आया। लगातार प्रयास करने पर भी उक्त मोबाइल धारक से संपर्क नहीं हो पाया। जिसकी जानकारी जुटाने पर सामने आया कि उक्त नबंर फर्जी है। मामले की शिकायत महाकाल थाना पुलिस को शिकायती आवेदन देकर की गई। पुलिस ने मामले में जांच शुरू की तो 2 बार में ऑनलाइन किया गया 94 हजार का ट्रांजेक्शन यूपी के खाते में होना सामने आया। जिसे बैंक के माध्यम से रूकवाने की प्रक्रिया शुरू की गई। वहीं खाताधारक के साथ मोबाइल धारक की जानकारी जुटाई गई। जिसमें पुलिस को महत्वपूर्ण सुराग मिला है। आवेदन पर की जा रही जांच पूरी होने पर पुलिस ने तीन माह बाद बुधवार को मामले में धोखाधड़ी की धारा 420 का प्रकरण दर्ज किया है। एक टीम आरोपियों की तलाश में उत्तरप्रदेश रवाना की जाएगी।
आधार कार्ड एडिट कर निकाली लाइफ इंश्योरेंस की राशि माधवनगर पुलिस ने भी एचडीएफसी लाईफ इंश्योरेंस पॉलिसी के 26.44 लाख रूपये फर्जी तरीके से निकालने के मामले में धारा 419, 420, 467, 468, 471, 34 का प्रकरण दर्ज किया है। एसआई पवन वास्कले ने बताया कि शाजापुर के ग्राम सुनेरा महावीर चौक में रहने वाली टीना पति स्वर्गीय रोहित उदासी ने शिकायती आवेदन देकर बताया था कि 2 जून 2023 को उसके पति का निधन हो गया था। पति ने एचडीएफसी बैंक शाखा फ्रीगंज से लाईफ संचय प्लस इंश्योरेंस पालिसी ले रखी थी। पालिसी क्लेम के लिये उसने एचडीएफसी शाखा प्रभारी मनीषा गोरे से संपर्क किया और पालिसी संबंधी दस्तावेज प्रस्तुत किये। जिसके बाद टीना के पास  पूजा चौहान और उसका साथी धर्मेन्द्र सासी पहुंचे। उन्होने खुद को एजेंट बताकर आधार कार्ड पेन कार्ड प्राप्त कर लिया। पूजा ने आधार-पेन कार्ड पर अपना फोटो एडिट किया और बैंक में फर्जी टीना उदासी बन हस्ताक्षर कर पॉलिसी का चैक 26.44 लाख रूपये प्राप्त कर लिया। उसके बाद देवास स्थित इक्वेटस स्मॉल फायनेंस बैंक में टीना उदासी के बनाए फर्जी दस्तावेजों से खाता खुलवाकर 16 फरवरी को 9.90 लाख और 17 फरवरी को 9.90 लाख कुल 19 लाख 80 हजार रुपये निकाल लिये। जांच के बाद मामले में पूजा पति अनिल चौहान निवासी ग्राम बरौठा देवास, धर्मेन्द्र सासी और अन्य व्यक्ति के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है। पूजा और धर्मेन्द्र के हिरासत में आने पर तीसरे व्यक्ति की जानकारी सामने आ पायेगी।