रामघाट से आगरा के श्रद्धालु की पेंट चुराकर भागे बदमाश -कार की चाबी के साथ रखे थे 15 हजार और दस्तावेज

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) रामघाट पर रविवार तड़के आगरा के श्रद्धालु की पेंट बदमाशों ने चुरा ली। जिसके बाद श्रद्धालु साथियों के साथ घंटो तक परेशान होता रहा। पेंट में कार की चाबी रखी थी। जिसके चलते लॉक नहीं खुल पाया। मामले की शिकायत महाकाल थाना पुलिस से की गई है। पुलिस ने आवेदन पर जांच का आश्वासन दिया। आगरा से विजय पिता रेवतीसिंह तीन साथियों के साथ क्रेटा कार में सवार होकर तड़के 5 बजे उज्जैन पहुंचा था। चारों महाकाल दर्शन के लिये आये थे और सबसे पहले नहान के लिये क्षिप्रा नदी के रामघाट पर पहुंचे थे। उन्होने कार भी घाट पर खड़ी की थी। जिसे रिमोट चाबी से लॉक किया और नहाने चले गये। विजय ने अपने कपड़े घाट पर रखे और डूबकी लगाने के लिये साथियों के साथ क्षिप्रा में उतार गया। कुछ देर बाद चारों बाहर आये तो विजय की पेंट गायब थी। उसने आसपास तलाश किया लेकिन कहीं नहीं मिली। बदमाश पेंट चुराकर भाग निकले थे। जिसमें कार की चाबी, 15 हजार रूपये नगद, आधार कार्ड, ड्रायविंग लायसेंस, घड़ी रखी थी। चाबी भी चोरी होने पर श्रद्धालु लौटने के लिये कार का लॉक नहीं खोल पाये और काफी देर तक परेशान होते रहे। कार में उनके कपड़ो का बेग भी रखा था। उजाला होने के बाद वह महाकाल थाने पहुंचे और पुलिस को शिकायत की। उसके बाद लोगों की मदद से बमुश्किल कार का लॉक खोला गया। गौरतलब हो कि क्षिप्रा नदी के घाटो पर बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं के कपड़े चोरी होने के साथ अन्य वारदाते आम बात हो चुकी है। बडे पर्व के दौरान शासन-प्रशासन रामघाट और क्षिप्रा नदी का सुध लेता है। कैमरे लगाये चालू किये जाते है, पुलिस बल तैनात किया जाता और सुरक्षा-व्यवस्था के दावे किये जाते है। आम दिनों में रामघाट की व्यवस्था भगवान भरोसे रहती है। जिसका खामियाजा बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को उठाना पड़ा है। वारदातों के बाद पुलिस शिकायती आवेदन लेकर बदमाशों की तलाश और जांच का आश्वासन देती है। लेकिन घाटो पर वारदात करने वालों का पता नहीं लगा पाती है। रामघाट पर श्रद्धालुओं के साथ अधिकांश वारदाते सुबह के समय होती है।