ओरल कैंसर में नई तकनीक से मरीजों को मिल रहा फायदा

इंदौर। इंडेक्स इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेस मालवांचल यूनिवर्सिटी द्वारा सीडीई प्रोग्राम आयोजित किया गया। इसमें ओरल कैंसर मैनेजमेंट विषय पर विभिन्न एक्सपर्ट्स द्वारा जानकारी दी गई। इस अवसर पर डॉ. रेशमा खुराना ने बताया कि ओरल कैंसर में फिजियोथैरेपी की स्टिम्युलेशन जैसी कई तकनीक का इस्तेमाल करके मरीज की दिनचर्या में होने वाले कामों को आसान बना सकते है। इसमें मरीज के जबड़े की एक्सरसाइज से टंग कपींग जैसी एडवांस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

इंडेक्स इंस्टीट्यूट आफ डेंटल साइंसेस मालवांचल यूनिवर्सिटी में सीडीई प्रोग्राम आयोजित

डॉ. राजीव श्रीवास्तव ने मैक्सिलोफेशियल डिफेक्ट में प्रोस्थोडोंटिक्स और इम्प्लांट के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ओरल कैंसर, मुंह की एक घातक बीमारी है जो जीभ, अंदरूनी गाल, ऊपरी और निचले जबड़े के हिस्से को प्रभावित करती है। ओरल कैंसर के बाद जबड़े में स्पेशल सर्जरी कर मरीज के कई परेशानियों को कम किया जाता है। इस अवसर पर पीजी और यूजी स्टूडेंट्स द्वारा साइंटिफिक पेपर भी प्रस्तुत किए गए। इंडेक्स समूह के चेयरमैन सुरेशसिंह भदौरिया, वाइस चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया, मालवांचल यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. संजीव नारंग, डायरेक्टर आर एस राणावत, एडिशनल डायरेक्टर आर सी यादव के मार्गदर्शन में यह कार्यक्रम आयोजित किया। इस अवसर पर प्रभारी डीन डॉ. सुपर्णा गांगुली, डाॅ. धीरज शर्मा, डाॅ. उर्वशी तोमर, डॉ. हिमांशु सिंह, डॉ. अर्पिता कविराज और डाॅ. अरुणी गर्ग ने छात्रों को पुरस्कार प्रदान किए।