20 लाख में होगा अब कमिश्नर – कलेक्टर के बंगले का कायाकल्प

बजट का पड़ रहा टोटा , वीआईपी के लिए फटाफट टेंडर जारी

इंदौर। मध्य प्रदेश शासन की खस्ता हालत इस बात की गवाही दे रही है कि कई महत्वपूर्ण कार्य पूरी तरह से आधे रास्ते में ही लटके हुए है। ऐसे में वीआईपी लोगों के लिए बजट का रोड़ा कभी भी आड़े नहीं आता है। लोक निर्माण विभाग में भले ही ठेकेदारों को समय पर भुगतान नहीं हो रहा है, लेकिन विभाग को वीआईपी और वीवीआईपी के बंगलों का पूरा ध्यान रखना होता है। इनके बंगलों पर सालभर मेंटेनेंस संबंधी काम होते है, कई मर्तबा बंगलों के अंदर नए काम भी करने होते है।

इसी क्रम में विभाग के डीविजन 1 ने पिछले दिनों कमिश्नर मालसिंह, कलेक्टर आशीष सिंह व जिला पंचायत सीईओ सिध्दार्थ जैन के बंगलों पर मेंटेनेंस संबंधी कामों के लिए अलग-अलग टेंडर बुलाए है। तीनों ही आईएएस अधिकारी पिछले दिनों में ही इन्दौर पदस्थ हुए है। विभाग के इंजीनियरों की माने तो जब भी कोई नया कमिश्नर व कलेक्टर इन्दौर में पदस्थ होता है, तब इनके लिए आवंटित बंगलों पर मेंटेनेंस के काम करने होते है।
कई मर्तबा नए कामों की भी डिमांड होती है, हालांकि ये एक सामान्य प्रक्रिया होती है और वर्षों पुराने इन कमिश्नर व कलेक्टर के बंगले है, जो 2 से 3 एकड़ क्षेत्रफल में फैले हुए है, इनमें निर्माण कार्य की तुलना में ग्रिनरी अधिक है। इसी तरह जिला पंचायत सीईओ को आवंटित बंगला भी कम छोटा नहीं है, इसमें भी समय रहते मेंटेनेंस करना होता है।

4 लाख के नए टायलेट —

बंगलों में 2 या 3 साल में मेंटेनेंस जरूरी भी होता है। नए अधिकारियों के आने से इन बंगलों का समय पर मेंटेनेंस हो जाता है, इससे इनकी लाईफ और बढ़ जाती है। चूंकि ये बंगले बहुत पुराने है। इस कारण बारिश में भी इनमे मेंटेनेंस की डिमांड रहती है। रेसीडेंसी क्षेत्र में रेसीडेंसी में जजेस इंक्लेव भी है, यहां पर लोक निर्माण विभाग 4 लाख की लागत से नए टायलेट लगाएगा, जबकि जजेस गेस्ट हाऊस में 3.90 लाख से नई सीवरेज लाइन डाली जाएगी। इन कामों के भी विभाग ने टेंडर बुलाए है।

इन कामों के बुलाए टेंडर —

— कमिश्नर बंगलो नं 1 में एआर एसआर एमओडब्ल्यू के कार्य (9.85 लाख)

— कलेक्टर बंगलो नं 2 में एआर एसआर एमओडब्ल्यू के कार्य (9.95 लाख)

— सीईओ जिला पंचायत बंगलो नं. ई 5 में एआर एसआर एमओडब्ल्यू कार्य (7 लाख)

— जजेस इंक्लेव में टायलेट फिटिंग (4 लाख)

— जजेस गेस्ट हाऊस में सीवरेज लाइन बदलने के कार्य (3.90 लाख)

— ज्यूडिशियल बंगलो में वायर फेंसिंग के कार्य (3 लाख)

— ज्यूडिसियल क्वार्टर में एल्यूमीनियम के कार्य (3.45 लाख)