मासिक बचत के लाखों रूपये लेकर भागे अध्यक्ष ने कोर्ट में किया सरेंडर -2020 में दर्ज हुआ था केस, 2 हजार का घोषित था इनाम

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) मासिक बचत संस्था खोलकर पांच सालों तक लोगों से एक हजार रुपए महिना जमा करने के बाद लाखों रूपये लेकर भागे संस्थाध्यक्ष ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। पुलिस ने पूछताछ के लिये रिमांड पर लिया है। जिसे शुक्रवार दोपहर दोबारा न्यायालय में पेश किया जाएगा। 11 फरवरी को पुलिस ने संस्था के उपाध्यक्ष को गिरफ्तार किया था।जीवाजीगंज थाना एसआई डीएल रावत ने बताया कि 2014 में भैरूनाला क्षेत्र में अंगारेश्वर मासिक बचत योजना संस्था खोली गई थी। जिसका अध्यक्ष नरेश गुप्ता और उपाध्यक्ष जितेन्द्र उपाध्याय थे। 2019 तक दो सौ से अधिक सदस्यों से प्रतिमाह एक हजार रुपए जमा कराये गये। जब पांच साल बाद रुपए लौटाने की बारी आई तो दोनों संस्था पर ताला लगाकर फरार हो गये थे। 2020 में मामले की शिकायत प्रमोद कौशल ने दर्ज कराते हुए डेढ़ करोड़ की हेराफेरी का आरोप लगाया था। जिसके बाद से दोनों की तलाश की जा रही थी। गिरफ्तारी नहीं होने पर अध्यक्ष नरेश पर 2 हजार और जितेन्द्र उपाध्याय पर 5 हजार का इनाम घोषित किया गया था। 11 फरवरी को उपाध्यक्ष जितेन्द्र का उस वक्त गिरफ्तार किया गया था। जब वह अपने पिता की गमी के कार्यक्रम में शामिल होने आया था। उसे रिमांड पर लेकर पूछताछ की गई थी, लेकिन कुछ बरामदगी नहीं हो पाई थी। न्यायालय के आदेश पर उसे जेल भेजा गया था। संस्थाध्यक्ष की तलाश जारी थी, इस बीच 20 फरवरी की शाम अध्यक्ष नरेश पिता भैरूलाल गुप्ता निवासी मंगलसिटी हाल मुकाम सव्यसांची स्कूल के पीछे देवासरोड ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। जिसे पूछताछ के लिये रिमांड पर लिया गया है। आरोपी पिछले तीन सालों से जबलपुर स्थित ससुराल में छुपा हुआ था। संस्था सदस्यों के रूपयों के संबंध में पूछने पर उसका कहना है कि जितेन्द्र उपाध्याय लेकर गया था। विदित हो कि नरेश गुप्ता पूर्व में नई सड़क स्थित यूनियन बैंक में हेड केशियर था। उसने वर्ष 2007 में धोखाधड़ी कर दी थी। जिसके बाद से बाहर कर दिया गया था, 2024 में उसने अंगारेश्वर मासिक बचत योजना नाम से संस्था बना ली थी।