कालोनाईजर अनिल झालानी सहित दो व्यक्तियों के विरुद्ध धोखाधडी का प्रकरण दर्ज

रतलाम। शहर के चर्चित कालोनाईजर अनिल झालानी के विरुद्ध अपनी कालोनी मोहन नगर का फर्जी नक्शा तैयार करवाकर बगल की विवेकानन्द कालोनी के प्लाट फर्जी तरीके से बेचने के मामले में धोखाधडी और कूटरिचत दस्तावेज तैयार करने का आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया है।

फर्जी नक्शा बनाकर भूखण्ड अवैध रुप से बेचने का मामला….

औद्योगिक क्षेत्र पुलिस थाने द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के मुताबिक मोहन नगर गृह निर्माण समिति के तत्कालीन अध्यक्ष सूर्यकान्त जैन और सचिव अनिल झालानी ने मोहन नगर के लिए नगर एवं ग्राम निवेश विभाग द्वारा स्वीकृत कालोनी के नक्शे से अलग एक फर्जी नक्शा तैयार करवाया गया और दूसरी कालोनी की भूमि में अवैध भूखण्ड कायम कर उन्हे अन्य लोगों को बेच दिया गया। इस मामले में नगर एवं ग्राम निवेश तथा कालोनी सेल द्वारा जांच किए जाने तथा स्थल निरीक्षण किए जाने के बाद ये तथ्य सामने आए।

इस तरह खुला मामला..

धोखाधडी का यह मामला अलग अलग स्तरों पर की गई शिकायतोंं की जांच के बाद अजागर हुआ। स्वामी विवेकानन्द गृह निर्माण समिति के अध्यक्ष मनीष शर्मा ने औद्योगिक क्षेत्र थाने पर शिकायत की थी, कि उनकी कालोनी के भूखण्ड को अवैध रुप से बेचा जा रहा है। इसके अलावा ज्योति नगर निवासी श्रीमती सुषमा चतुर्वेदी ने 11 अप्रैल 2023 को जनसुनवाई में कलेक्टर रतलाम को शिकायत की थी कि उन्होने स्वामी विवेकानन्द कालोनी के अध्यक्ष मनीष शर्मा से 705 वर्गफीट का भूखण्ड क्रय किया था और इसकी रजिस्ट्री भी करवाई थी, लेकिन उन्हे इस भूखण्ड का कब्जा नहीं दिया जा रहा था।

शिकायतों की जांच और स्थल निरीक्षण के बाद ये तथ्य सामने आया कि मोहन नगर गृह निर्माण समिति के तत्कालीन अध्यक्ष सूर्यकान्त जैन और सचिव अनिल झालानी ने मोहन नगर के नगर एवं ग्राम निवेश विभाग से स्वीकृत नक्शे की बजाय एक फर्जी नक्शा तैयार करवाया और इस फर्जी नक्शे के मान से अवैध भूखण्ड कायम कर इन्हे लोगों को बेच दिया।

नगर निगम के उपयंत्री मनीष कुमार तिवारी ने कालोनी सेल द्वारा कराई गई जांच के आधार पर औद्योगिक क्षेत्र थाने को प्रतिवेदन देकर उक्त आरोपियों के विरुद्ध आपराधिक प्रकरण दर्ज करने का निवेदन किया था। दूसरी ओर मनीष शर्मा द्वारा की गई शिकायत की जांच में भी यही तथ्य सामने आए। सवा बीघा जमीन, 8 भूखण्ड बेचे शिकायतकर्ता मनीष शर्मा ने बताया कि मोहन नगर गृह निर्माण सहकारी समिति के मोहन नगर का वास्तविक नक्शा तीन बीघा जमीन का था, जिसे नगर एवं ग्र्राम विेश विभाग ने स्वीकृत किया था। लेकिन मोहन नगर अध्यक्ष सूर्यकान्त जैन और सचिव ने जो फर्जी नक्शा तैयार किया था,उसमें भूमि करीब सवा बीघा बढाकर दर्शाई गई थी। ये भूमि स्वामी विवेकानन्द कालोनी की थी,जिस पर आरोपियों ने करीब 8 अवैध भूखण्ड बेच दिए।