हिरासत में मासिक बचत के करोड़ो रूपये लेकर भाग उपाध्यक्ष -2020 में दर्ज हुआ था केस, 5 हजार का घोषित था इनाम

दैनिक अवन्तिका(उज्जैन) मासिक बचत संस्था खोलकर पांच सालों तक लोगों से एक हजार रूपये महिना जमा करने के बाद फरार हुए अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ चार साल पहले पुलिस ने केस दर्ज किया था। डेढ़ करोड़ से अधिक की हेराफेरी के मामले में दोनों की गिरफ्तारी इनाम भी घोषित किया गया था। रविवार को उपाध्यक्ष को पुलिस ने गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया है। जीवाजीगंज थाना एसआई डीएल रावत ने बताया कि 2014 में भैरूनाला क्षेत्र में अंगारेश्वर मासिक बचत योजना संस्था खोली गई थी। जिसका अध्यक्ष नरेश गुप्ता और उपाध्यक्ष जितेन्द्र उपाध्याय थे। 2019 तक दो सौ से अधिक सदस्यों से प्रतिमाह एक हजार रूपये जमा कराये गये। जब पांच साल बाद रूपये लौटाने की बारी आई तो दोनों संस्था पर ताला लगाकर फरार हो गये थे। 2020 में मामले की शिकायत प्रमोद कौशल ने दर्ज कराते हुए डेढ़ करोड़ की हेराफेरी का आरोप लगाया था। जिसके बाद से दोनों की तलाश की जा रही थी। गिरफ्तारी नहीं होने पर अध्यक्ष नरेश पर 2 हजार और जितेन्द्र उपाध्याय पर 5 हजार का इनाम घोषित किया गया था। रविवार को पुलिस को सूचना मिली कि पांच हजार का इनामी घर आया हुआ है। पुलिस की टीम चेरिटेबल अस्पताल के सामने सोलंकी रेस्टोरेंट से आगे बनी कालोनी में पहुंची और जितेन्द्र का हिरासत में ले लिया। एसआई रावत के अनुसार दोपहर को न्यायालय में पेश किया गया था। जहां से रिमांड पर लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया कि चार सालों से वह मथुरा, वाराणसी, हरिद्वार में फरारी काट रहा था। कुछ दिनों पहले पिता का निधन होने की खबर मिलने पर घर आया था। पुलिस द्वारा उससे संस्था के अध्यक्ष रहे नरेश गुप्ता की जानकारी भी जुटाई जा रही है।