दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते एसपी 72 घंटे बाद आरोपियों तक पहुंची एसआईटी हत्या से पहले 2 घंटे तक बाड़े में छुपकर बैठे थे आरोपी -पहले भाजपा नेता को घोंपे थे चाकू बाद में पत्नी का रेता था गला

दैनिक अवंतिका
उज्जैन। भाजपा नेता और उनकी पत्नी की हत्या करने से पहले 2 घंटे तक आरोपी
घर के पीछे बाड़े में छुपकर बैठे थे। रात 12 बजे बाद खिड़की तोड़कर एक अंदर
पहुंचा और दरवाजा खोलकर दूसरे को बुला लिया। दोनों  तक 72 घंटे की मशक्कत
के बाद एसआईटी पहुंच गई और निर्मम दोहरे हत्याकांड का खुलासा हो गया।
नरवर थाना क्षेत्र के ग्राम पिपलोदा द्वारकाधीश में पूर्व सरपंच और भाजपा
नेता रामनिवास पिता उदीलाल कुमावत और उनकी पत्नी मुन्नीबाई की रक्त रंजीत
लाश घर में मिलना सामने आया था। रामनिवास पर चाकूओं से वार किये गये थे।
पत्नी का गला रेता गया था। पुलिस ने धारा 397, 302 का प्रकरण दर्ज कर
जांच शुरू की। आरोपियों का पता लगाने के लिये पांच थाना प्रभारी, 8 एसआई,
1 एएसआई, 8 प्रधान आरक्षक और 10 आरक्षको की एसआईटी गठित कर एसपी सचिन
शर्मा ने 20 हजार का इनाम घोषित किया। 72 घंटे बाद एसआईटी हत्या करने
वाले प्रमुख आरोपी अलफेज पिता लियाकत शाह 19 वर्ष और आरिफ पिता मक्कू
उर्फ मेहरबान शाह 22 वर्ष  निवासी पिपलोदा द्वारकाधीश तक पहुंच गई। अलफेज
घटना के बाद देवास शादी में भाग निकला था। आरिफ गांव में घूम रहा था।
दोनों को हिरासत में आने पर मंगलवार दोपहर एसपी सचिन शर्मा, एएसपी
गुरूप्रसाद पाराशर और एएसपी जयंत राठौर ने मामले का खुलासा किया।आरोपियों
को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
चोरी के मकसद से घर में किया था प्रवेश
एसपी ने बताया कि दोनों आरोपियों को पता था कि रामनिवास के यहां काफी
अधिक धन-संपत्ति है। उन्होने 12 दिन पहले चोरी की योजना बनाई और गांव में
रहने वाले विशाल पिता मिश्रीलाल बागवान और नाबालिग को शामिल किया। 26
जनवरी की शाम दोनों रामनिवास के घर पहुंचे और नजर रखी। रात 10 बजे से 12
बजे तक पीछे बाड़े में छुपकर बैठे रहे। पति-पत्नी के सोने और सभी काम करने
वालों के जाने पर खिड़की की ग्रिल तोड़ एक अंदर गया और दरवाजा खोलकर दूसरे
साथी को बुलाया। रामनिवास और उनकी पत्नी के नींद से जाग गये थे। दोनों ने
पहचानऔर पकड़े जाने के डर से धारदार हथियार और सब्बल से हमला कर दिया।
वृद्धा मुन्नीबाई ने दोनों का सामना किया और अलफेज को कस के पकड़ लिया।
उसे हाथ पर काट भी लिया था। लेकिन दोनों ने हथियार से वार कर घायल कर
दिया, जमीन पर गिरते ही गला भी रेत दिया।
नाबालिग और साथी को लिया हिरासत में
एसपी शर्मा ने बताया कि चोरी की योजना में शामिल रहे विशाल और नाबालिग को
हिरासत में लिया गया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है। जानकारी समाने आई कि
दोनों मुख्य आरोपियों ने तीन माह पहले भी रामनिवास के यहां से अल्कोहल की
चोरी की थी। उनका घर भी आना-जाना था। 12 दिन पहले चोरी की योजना बनाने के
बाद रैकी कर रहे थे। हिरासत में आने पर हत्या करने वाले आरोपी के हाथ पर
काटने और चोंट के निशान मिले है।
हत्या के बाद उतारे थे आभूषण
बताया जा रहा है कि आरोपी बड़ी चोरी की वारदात को अंजाम देना चाहते थे।
लेकिन रामनिवास और उनकी पत्नी के जागने पर आमना-सामना हो गया। संघर्ष की
स्थिति बनने पर हत्या की गई। आरोपियों से तिजोरी नहीं खुल पाई। उन्हे
तलाशी के दौरान 2 हजार रूपये ही मिल पाये। भागने से पहले उन्होने
मुन्नीबाई की चेन, पायजेब और बिछुड़ी निकाल ली और भाग निकले।
तथ्य मिलने पर बदली जांच की दिशा
भाजपा नेता और उनकी पत्नी की हत्या के बाद लूटपाट की बात सामने आई थी।
लेकिन घर से कुछ अधिक सामान चोरी होना सामने नहीं आया। ग्रामीणों से
पूछताछ करने पर ब्याज से रूपये बांटने और 350 बीघा जमीन होना सामने आया।
पुलिस ने इसी दिशा में काम शुरू किया। लेकिन कोई साक्ष्य नहीं मिल पाये।
तभी तकनीकी साक्ष्य, मोबाइल डाटा और कुछ फुटेज सामने आने पर पुलिस ने
दिशा बदली और आरोपियों तक पहुंच गई।
खुलासे के बाद गांव पहुंची पुलिस
दोपहर में हुए खुलासे के बाद आरोपियों गांव के होना सामने आने पर पिपलोदा
द्वारकाधीश में ग्रामीण हैरत में पड़ गये थे। घटना के बाद भी रामनिवास के
यहां पूरा गांव एकत्रित हो गया था। गांव में किसी प्रकार विवादित स्थिति
ना बने इसको लेकर नरवर पुलिस पिपलोदा द्वारकाधीश पहुंच गई थी।