बालाघाट के बाद अब उज्जैन में भी डाक मतपत्रों की गड़बड़ी का मामला..एक बार फिर सिल को लेकर हंगामा

उज्जैन। शनिवार को दोपहर में जिला कोषालय से डाक मत पत्रों को ले जाने के दौरान कांग्रेस ने पेटी के तालों पर सील नहीं होने और ताजा सील लगी होने को लेकर अपना विरोध दर्ज करवाया है। इसे लेकर उप जिला अधिकारी महेन्द्र कवचे ने अपनी और से स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि पेटी पर सील लगी हुई थी। रोज ही मत पत्र आते हैं जिन्हें पेटी में डाला जाता है। कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार एवं माया त्रिवेदी ने इस दौरान अपना विरोध दर्ज करवाया है। इससे पूर्व तराना स्ट्रांग रूम की सील को लेकर कांग्रेस ने आपत्ति जताई थी।

कांग्रेसियों ने पेटी खोलने का लगाया आरोप.. प्रशासन को बताया भाजपा का एजेंट..डाक मत पत्रों की पेटी पर कांग्रेस की आपत्ति, उप जिला निर्वाचन अधिकारी ने दिया स्पष्टीकरण.. 

दो दिन पूर्व मतगणना स्थल के तराना के स्ट्रांग रूम पर लगी सील कमजोर होने पर अतिरिक्त सील लगाई गई थी। उसे लेकर कांग्रेस ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई थी।शनिवार को डाक मत पत्रों को जिला कोषालय से मतगणना स्थल ले जाने के दौरान भी हंगामा हो गया। जिला निर्वाचन ने पूर्व घोषणानुसार शनिवार दोपहर 3 बजे डाक मत पत्रों को जिला कोषालय के स्ट्रांग रूम से निकाल कर मतगणना स्थल शासकीय इंजीनियरिंग महाविद्यालय इंदौर रोड के लिए ले जा रहे थे। कोषालय से डाक मत पत्रों की पेटियों को निकालने के दौरान ही कांग्रेस के तराना प्रत्याशी महेश परमार एवं उज्जैन उत्तर प्रत्याशी माया राजेश त्रिवेदी वहां पहुंची और उन्होंने आपत्ति उठाई की मत पेटियों के तालों पर सील नहीं है। उनका आरोप था कि मत पेटियों को खोला गया है। इसे लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा । उनका कहना था कि हमें पेटी खोलने की हमें सूचना मिली थी। ताले पर गिली सील होने का भी आरोप लगाया गया। यहां तक की प्रशासन पर भाजपा के एजेंट की तरह काम कर रहा है। महेश परमार ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि रविवार को बेलेट पेपर के कारण स्थिति बिगडी तो माहौल खराब हो जाएगा जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। इस दौरान जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार पुरूषोत्तम सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

डाक मत पत्र प्रतिदिन आते हैं इसीलिए सील नहीं लगाई गई थी –

इस मामले में उप जिला निर्वाचन अधिकारी महेन्द्र सिंह कवचे ने साफ किया कि विधानसभा निर्वाचन 2023 के अंतर्गत मतगणना दिवस के एक दिन पूर्व जिला कोषालय के स्ट्रांग रूम से पोस्टल बैलट को शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज मतगणना स्थल पर ट्रांसफर किया जा रहा था। इसकी सूचना सभी राजनीतिक दलों के अभ्यर्थी और प्रतिनिधियों को पूर्व में प्रदान की गई थी। ट्रांसफर के दौरान कुछ प्रतिनिधियों को यह शंका हुई की पोस्टल बैलट की पेटी के बाहर लगे ताले पर कागज की सील नहीं लगी है। उन्होंने बताया कि सारे डाक मत पत्र जिला कोषालय के डबल लॉक स्ट्रांग रूम में रखे जाते हैं। आज भी तीन डाक मत पत्र प्राप्त हुए थे और कल रविवार 3 दिसंबर को प्रातः 7 बजकर 59 मिनट तक प्राप्त होने वाले डाकमत पत्र को भी स्वीकार किया जाएगा। ईटीपीबीएस के द्वारा प्रतिदिन किए गए डाक मत पत्र ट्रेजरी के स्ट्रांग रूम में आते हैं और उन्हें संबंधित विधानसभा क्षेत्र के पोस्टल बैलट में रखना पड़ता है। इसकी पूर्व सूचना सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों और अभ्यर्थियों को दी गई है और प्रतिदिन उन्हें जानकारी भी भेजी जाती है कि निर्धारित तिथि पर ईटीपीबीएस से कितने डाक मत पत्र प्राप्त हुए।

उप जिला निर्वाचन अधिकारी एम एस कवचे का बयान..