आबकारी विभाग में आरक्षक बनाने के नाम पर धोखाधड़ी -धोखेबाज ने खुद को बताया था सेवानिवृत्त डीएसपी

दैनिक अवंतिका(उज्जैन) 9 माह पहले खुद को डीएसपी रैंक से सेवानिवृत्त होना बताकर 3 लाख की धोखाधड़ी करने वाले वृद्ध के खिलाफ नीलगंगा पुलिस ने धारा 420 का प्रकरण दर्ज कर जांच में लिया है। धोखेबाज ने आबकारी विभाग में आरक्षक की नौकरी दिलवाने के नाम पर रूपये लिये थे। नीलगंगा थाना एसआई यादवेंद्र परिहार ने बताया कि क्षिप्रा विहार कालोनी देवासरोड पर रहने वाले संदीप पिता भंवरलाल जाट 32 वर्ष ने शिकायती आवेदन देकर बताया था कि ऋषिनगर में रहने वाले परिचित राजेश कुशवाह ने 9 माह पहले तिरूपति डायमंड बायपास कालोनी में रहने वाले राजेन्द्र पिता खुमानसिंह झाला से पहचान कराई थी। राजेन्द्र झाला ने खुद को पुलिस विभाग डीएसपी रैंक से सेवानिवृत्त होना बताया था और कहा था कि आबकारी विभाग में जान पहचान है। आबकारी में आरक्षक की नौकरी लगवा दूंगा। उन्होने विश्वास में लेकर 3 लाख रूपये लिये। 2 लाख राजेन्द्र झाला द्वारा बताये गये मोबाइल नम्बर 62666-06329 पर 21 फरवरी से 24 फरवरी के बीच पे फोन से ऑनलाइन प्राप्त किये। 1 लाख रूपये तिरूपति डायमंड कालोनी स्थित घर पर दोस्त राजेश कुशवाह और प्रदीप बिसला के सामने लिये। कुछ दिन बाद नौकरी के संबंध में बात की, वह बहानेबाजी करने लगे।  कुछ माह बाद नौकरी नहीं मिलने पर दिये गये रूपये मांगे गये। 3 जुलाई 2023 को उन्होने एग्रीमेंट कर रूपये लौटाने की बात कही। जिसके चलते शिकायत नहीं की। अब राजेन्द्र झाला ने फोन स्वीच ऑफ कर लिया है। घर पर भी ताला लगा हुआ है। राजेन्द्र झाला ने दोस्त प्रदीप बिसला से भी उसके भाई की नौकरी लगवाने के नाम पर  3 लाख रूपये लिये थे। एसआई परिहार ने बताया कि मामले की जांच के बाद धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया गया है। जल्द धोखाधड़ी करने वाले को हिरासत में लेकर पूछताछ की जायेगी।