जिला अस्पताल में ओपीडी पर्ची के लिए लाइन में लगने का झंझट हुआ खत्म, क्यूआर कोड स्कैन की सुविधा हुई लागू

अब मोबाइल से रजिस्ट्रेशन कर काउंटर से ओपीडी पर्ची ले

उज्जैन। जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों को ओपीडी पर्ची के लिए अब लाइन में लगने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मरीज को परेशानी का सामना न करना पड़े इसके लिए स्वास्थ्य विभाग ने क्यूआर कोड की नई सुविधा शुरू की है जिससे मरीज अपने स्मार्टफोन से क्यू आर कोड स्कैन कर खुद पंजीयन कर काउंटर से रसीद प्राप्त कर सकते हैं।इस सुविधा से मरीजों को ओपीडी पर्ची बनवाने के लिए लंबी लाइन में नहीं लगना पड़ेगा और वह स्मार्टफोन से क्यू आर कोड स्कैन कर स्वयं ही पंजीयन कर काउंटर से रसीद प्राप्त कर सकते है। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन अंतर्गत जिला अस्पताल में स्कैन एंड शेयर सेवा का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में सीएमएचओ डॉ दीपक पिप्पल, सिविल सर्जन डॉक्टर पीएन वर्मा, आयुष्मान भारत योजना डॉट नोडल अधिकारी डॉ केसी परमार, शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ अनीता भिलवर, आरएमओ डॉ.नीतराज गौड, डॉ निधि जैन मौजूद थे। शुभारंभ के अवसर पर ओपीडी पर्ची नई सुविधा द्वारा क्यू आर कोड पर रजिस्ट्रेशन के माध्यम से बनाई गई। और यह नई व्यवस्था लागू कर दी गई है। हालांकि ऐसे मरीज जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है वह ऑनलाइन बुकिंग मैं सक्षम नहीं है वह पहले की तरह काउंटर से ओपीडी पर्ची बनवाकर प्राप्त कर सकते हैं।

समय की होगी बचत, जल्द मिलेगा इलाज

अक्सर देखने में आता है कि ओपीडी काउंटर पर पर्ची बनवाने के लिए मरीज व उनके परिजनों की लंबी लाइन लगी रहती है और कई बार विवाद की स्थिति भी निर्मित हो जाती है। साथ ही उपचार में भी देरी होती है। गंभीर मरीज को समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। ऐसे में इस सुविधा से समय भी बचेगा साथ में मरीज व उनके परिजनों को लाइन में नहीं लगना पड़ेगा तथा जल्द उपचार मिलेगा।

 

मोबाइल से इस प्रकार कर सकेंगे पंजीयन

-अस्पताल में क्यूआर कोड लगा होगा। इसे किसी भी क्यू आर कोड स्कैनर या फोन कैमरा या एबीडीएम (आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन)सक्षम एप्स का उपयोग कर स्कैन करें।
कोई भी आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन सक्षम एप्स इंस्टॉल करें इसमें लॉगिन करें।

– अस्पताल के साथ अपनी प्रोफाइल सांझा करें इसमें नाम पता फोन नंबर समस्या आदि जानकारी देना होगी। इसी में ओपीडी शुल्क भुगतान का ऑप्शन आएगा। गूगल पे जैसे किसी भी प्लेटफार्म से ऑनलाइन भुगतान करें। जानकारी सबमिट करने पर मोबाइल पर ही टोकन प्राप्त होगा। उक्त टोकन नंबर ओपीडी काउंटर पर दिखाकर ओपीडी पर्ची ले और संबंधित डॉक्टर से उपचार कराए।