थिंक्स आफ युथ” पुस्तक का विमोचन समारोह हुआ सम्पन्न….पुस्तक विमोचन समारोह में शामिल हुए बाल सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष

बुरहानपुर।  ग्रामीण क्षेत्र चांदगड बंभाडा के युवा रचनाकार एवं लेखक योगेश सुधाकर महाजन द्वारा लिखित पुस्तक “थिंक्स ऑफ युथ” पुस्तक विमोचन समारोह कार्यक्रम नगर के “आव्हान” कला साहित्य संस्था सभागृह रास्तीपुरा में आयोजित हुआ

पुस्तक विमोचन समारोह कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बाल अधिकार सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष द्रविन्द्र मोरें एवं अतिथि नगर के साहित्यकार ठा.विरेंद्र सिंह चित्रकार, ठा. श्याम जी, अधिवक्ता राजेश बिडियारे ने सर्व प्रथम माँ सरस्वती का पुजन कर माल्यार्पण किया| सभी ने युवा रचनाकार लेखक योगेश महाजन को बधाई एवं शुभकामनाएं दी

विमोचन समारोह में मुख्य अतिथि द्रविन्द्र मोरें ने कहा कि कम उम्र में लेखन करना साधारण नहीं असाधारण कार्य है जो कार्य इस युवा योगेश महाजन ने किया है| “थिंक्स ऑफ युथ” यह पुस्तक समाज जागरण का कार्य करेगी। सभी को इसे पढ़ना चाहिए , युवा वर्ग को यह पुस्तक अवश्य पढ़ना चाहिए तभी इसका लेखन सार्थक होगा ।

भारत का भविष्य हमारी युवा पीढ़ी की सोच और उनके प्रदर्शन पर निर्भर करती है। युवा वर्ग में अनोखी काबिलियत होती है कि वह पूरी दुनिया को बदल सके। हमारी युवा पीढ़ी पूरी कायनात को बदलने की शक्ति रखती हैं।

किताबें हमारी सबसे अच्छी दोस्त के रूप में

मोरें ने कहा कि किताबें हमारे जीवन की सबसे अच्छी साथी होती हैं। जब भी हमें उनकी आवश्यकता होती है वे हमारे लिए उपलब्ध होती हैं। किताबें हमारी आसपास की दुनिया को समझने, सही और गलत के बीच निर्णय लेने में हमारी मदद करती हैं। वे हमारे आदर्श, मार्गदर्शक या सर्वकालिक शिक्षक के रूप में भी हमारे जीवन में शामिल होती हैं। किताबें पढ़ने से हमारे व्यक्तित्व में गुणात्मक परिवर्तन आता है।

स्वामी विवेकानंद युवाओं को देश की सबसे बहुमूल्य संपत्ति मानते थे। उन्होंने युवाओं को अनंत ऊर्जा का स्रोत बताया है। युवाओं की उन्नत ऊर्जा को सही दिशा प्रदान कर दी जाए तो राष्ट्र के विकास को नए आयाम मिल सकते हैं।अगर युवाओं की उन्नत ऊर्जा को सही दिशा प्रदान कर दी जाए तो राष्ट्र के विकास को नए आयाम मिल सकते हैं। स्वामीजी कहा करते थे कि जिसके जीवन में ध्येय नहीं है, जिसके जीवन का कोई लक्ष्य नहीं है, उसका जीवन व्यर्थ है। लेकिन हमें एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारे लक्ष्य एवं कार्यों के पीछे शुभ उद्देश्य होना चाहिए।

इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य प्रबुद्ध जन, साहित्यकार ने पुस्तक विमोचन के लिए बहुत-बहुत बधाई दी| लेखक रचनाकार योगेश महाजन ने मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों तथा वहां उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद दिया।

रिपोर्ट   धनराज पाटील