March 29, 2024

सुसनेर। रंगों का त्योहार होली अब कुछ ही दिन दूर है। इसको लेकर बाजार सज गए। इस साल पिचकारियों की कीमत में 15 से 20 प्रतिशत तक की तेजी है। जिसके चलते दुकानदारों की चिंता जरूरी बढ़ा दी है। फिर भी उन्हें अच्छी ग्राहकी की उम्मीद है। कोरोना के चलते तीन साल बाद इस बार होली पर व्यापारियों को अच्छे कारोबार की उम्मीद है। माल भाड़ा बढ़ने और पिछले दो का निर्माण कम होने के से पिचकारियों कारण इस साल बाजार में कम महंगी है। लेकिन बच्चों के लिए विभिन्न कार्टून कैरेक्टर के अलावा प्रेशर गन, पंप और आकर्षक टैंक बाजार में सजी है। युवाओं के लिए कई वैरायटी के बिग, मख और भाँप भी उपलब्ध हैं। रंगों के मुखौटे त्योहार होली की नजदीकियों के साथ सजने लगी है इस वर्ष भी बच्चों के लिए पाईप वाली पिचकारियां ज्यादा आई है। कई स्थानों पर राहगीर पिचकारियों के मोलभाव करते थी देखे जा सकते है। दुकानदारों के अनुसार ग्राहक तो काफी आ रहे हैं लेकिन अभी ज्यादातर सिर्फ मोल भाव करके ही लौट जाते हंै। होली पर बिकने वाली चाईनीज पिचकारी रंग और अन्य सामग्री सहज तरीके से बाजार में दुकानों को उपलब्ध नही हो पाई है। जिसके चलते देशी का बाजार इस बार होली पर गर्म रहेगा। पिचकारी के विक्रेता पंकज जैन, वैभव जैन के अनुसार हर बार होली पर चीन में बनी पिचकारियों की एक से बढ़कर एक डिजाईन की पिचकारी दिखाई देती है किन्तु इस बार यह पिचकारी नजर नहीं आ रही है। पिछले 2 से 3 वर्षों में लोगों की पिचकारियों में हर्बल कलर ने भी अपनी खास जगह बनाई है। हालांकि बाजार में चीन की हिस्सेदारी भी बढ़ती जा रही है। चीनी माल की कम कीमत होने से चीन से आयातित उत्पादों की मांग अधिक रहती है। वहीं प्राकृतिक रंगों की कीमतों में बढ़ोत्तरी के बावजूद इनके कारोबार में 30 फीसदी तक वृद्धि का अनुमान लगाया जा रहा है। इसके अलावा इको फेडली रंग गुलाल की बहुत सी रेंज बाजार में पहुची है। पेस्ट गुगली, सिल्वर गोल्डन सिल्क तथा कैडबरी का गुलाल ग्राहकों की विशेष मांग होगी।
इन्दौर अहमदाबाद से आई पिचकारी
शहर में पिचकारी का माल मुख्य रूप से इंदौर व अहमदाबाद से आता है। इस बार कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोत्तरी के चलते पिचकारी भी कम तैयार की गई है। छोटा भीम, मोटू-पतलू, टोम एंड जैरी, डोरेमोन, मिकी माउस, स्पाइडर मैन, बेन 10 कार्टून पात्रों की भरमार है। इसके अलावा मोदी, योगी जैसी राजनैतिक हस्तियों 15 आधारित टैंक पिचकारी भी आकर्षक है। पिचकारी के रेट में पिछले वर्ष की अपेक्षा 15 से 20 प्रतिशत इजाफा हुआ है। इस कारण ग्राहकों की जेब पर बोझ बढ़ गया है। दुकानों रहे बच्चे खिलौने वाली पिचकारियों की ज्यादा मांग कर हैं। दुकानों पर प्लास्टिक को सादा पिचकारी 35 से 250 रुपए, खिलौने वाली प्लास्टिक की पिचकारी 100 से 400 रुपए, स्टील की पिचकारी 300 से 500 रुपए तक की रेंज में उपलब्ध है।