मोहन भागवत महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए, गर्भगृह में जाकर चढ़ाया जल

– पुजारियों ने मंत्रोच्चार कर कराया पूजन 
– मंदिर समिति के प्रशासक ने किया स्वागत
ब्रह्मास्त्र उज्जैन । संघ प्रमुख मोहन भागवत आज सोमवार सुबह महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने गर्भग्रह में जाकर भगवान महाकाल को जल भी चढ़ाया।
भागवत तड़के 4 बजे शुरू हुई भस्म आरती में शामिल होने पहुंच गए थे। पूरे मंदिर परिसर में भारी पुलिस सुरक्षा के बीच भागवत आए। उन्होंने भगवान महाकाल की पूरी भस्म आरती नंदीहाल से बैठकर देखी। इसके पश्चात उन्होंने भगवान महाकाल को जल चढ़ाया व पूजन अर्चन कर आशीर्वाद लिया। मंदिर में महेश पुजारी, राम पुजारी ने मंत्रोच्चार कर भागवत का पूजन संपन्न कराया। इसके पश्चात मंदिर प्रबंध समिति की ओर से प्रशासन गणेश कुमार कुमार धाकड़, जिला प्रशासन की ओर से एडीएम संतोष टैगोर व अन्य अधिकारियों ने भागवत का स्वागत किया। मंदिर में देव, दर्शन करने के पश्चात भागवत अन्य कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए रवाना हो गए। भागवत के साथ संघ के पदाधिकारी भी थे।
भागवत गुलाबी रंग का सोला पहन कर मुंह पर मास्क लगाकर गए गर्भगृह में

संघ प्रमुख मोहन भागवत आज सुबह महाकाल की भस्म आरती में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने गर्भ गृह में जाकर भगवान महाकाल को जल चढ़ाया तो नियम अनुसार वे गुलाबी रंग का सोला पहनकर अंदर प्रवेश कर गए। भगवान को जल चढ़ा कर पूजन अर्चन करने के पश्चात नंदीहॉल में बैठकर उन्होंने पूरी भस्मारती देखी। दौरान उन्होंने कोरोना से सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मुंह पर पूरे समय मास्क भी लगाए रखा।
वीवीआइपी के आने पर भस्मारती परमिशन निरस्त होने पर श्रद्धालुओं ने किया हंगामा
सोमवार को तड़के हुई भस्म आरती में मोहन भागवत के शामिल होने के चलते सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए बहुत कम संख्या में श्रद्धालुओं को परमिशन जारी की गई थी तथा कुछ श्रद्धालुओं की परमिशन एन वक्त पर मंदिर प्रबंध समिति ने निरस्त भी कर दी थी। इससे नाराज श्रद्धालुओं ने मंदिर के बाहर काफी देर तक हंगामा किया और आरोप लगाया कि वीवीआईपी के चलते उनकी परमिशन निरस्त की गई है जो कि गलत है।