भोपाल में एनआईए की बड़ी कार्यवाही . फिर पकड़े गए जेएमबी के 2 और आतंकवादी

ब्रह्मास्त्र भोपाल
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में एनआईए ने कार्यवाही करते हुए जमात-ए मुजाहिदीन बांग्लादेश आतंकी केस में दो और आतंकियों को गिरफ्तार किया है। दोनों बांग्लादेश के हैं और वहां के आतंकियों से संपर्क में थे। सोशल मीडिया पर जेहादी मटेरियल वायरल कर युवाओं को बरगला रहे थे। इस गिरफ्तारी के बाद अब तक इस केस में कुल 9 आतंकियों को एनआईए गिरफ्तार कर चुकी है।
एनआईए लगातार मध्यप्रदेश में फैले जेएमबी आतंकी संगठन के नेटवर्क को ध्वस्त करने में लगी है। उसे एक और बड़ी सफलता मिली। उसने भोपाल से ही दो और आतंकियों को गिरफ्तार किया। अब तक इस मामले में नौ आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और आतंकियों से पूछताछ में उनके साथियों और उनके नेटवर्क के बारे में कई खुफिया जानकारी एनआईए को मिली है।
एनआईए की गिरफ्त में आए आतंकियों की पहचान हमीदुल्लाह उर्फ राजू गाजी उर्फ मुफ्फकिर उर्फ सामिद अली मियां उर्फ तल्हा निवासी गांव- पचानी, जिला- नारायणगंज, ढाका, बांग्लादेश और मोहम्मद सहादत हुसैन उर्फ अबीदुल्लाह निवासी गांव- पोखिरा, जिला- मदारीपुर, बांग्लादेश के रूप में हुई है। वह आतंकी संगठन की विचारधारा का प्रचार प्रसार करने के साथ युवाओं को भारत के खिलाफ यहां से जुड़े मटेरियल को सोशल मीडिया पर उपलब्ध करा रहे थे। उनको जिहादी मटेरियल के तहत बरगलाया जा रहा था। भारत विरोधी गतिविधियों से उन्हें जोड़ा जा रहा था।
इस मामले में सबसे पहले एमपी एटीएस ने 14 मार्च को एफ आई आर दर्ज की थी। इसके बाद एनआईए ने अपने हाथ में मामले की जांच लेते हुए 5 अप्रैल को केस दर्ज किया। इस मामले में पहले सात आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब दो नये आतंकियों की गिरफ्तारी के साथ अब तक नौ आतंकियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। गिरफ्तार आरोपी हमीदुल्लाह उर्फ राजू गाजी और मोहम्मद सहादत हुसैन उर्फ अबीदुल्लाह कट्टरपंथी हैं।
बताया जा रहा है कि संगठन से जुड़े आतंकी दूसरे लोगों को कट्टरपंथी बनाने के लिए सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर ग्रुप बनाकर आपत्तिजनक सामग्री परोस रहे थे। जिन दो आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है वो पहले गिरफ्तार आतंकियों के करीबी हैं और भारत और बांग्लादेश में अपने सहयोगी के साथ संवाद करने के लिए एन्क्रिप्टेड ऐप का उपयोग कर रहे थे। दोनों आतंकियों से पूछताछ की जा रही है। आने वाले समय में कई बड़े खुलासे हो सकते हैं, क्योंकि मध्यप्रदेश में इस आतंकी संगठन का बड़ा नेटवर्क है।