हवाओं के कारण मानसून मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की बॉर्डर पपाकिस्तान से लगातार आ रही र अटक गया

A houseboat in Kerala sails against the palm trees under an overcast sky

दैनिक अवंतिका उज्जैन \ पाकिस्तान से लगातार आ रही हवाओं के कारण मानसून मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की बॉर्डर पर अटक गया है। यह अरब से तो आगे बढ़ रहा है, लेकिन हवाओं के कारण यह महाराष्ट्र से सटे मध्यप्रदेश के इलाकों में आगे नहीं बढ़ पा रहा। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक मानसून बड़वानी के पहले आकर रुक गया है। ऐसे में अब यह बड़वानी और इंदौर की जगह जबलपुर के रास्ते पहले प्रदेश में एंट्री कर सकता है।  हल्की बारिश भी शुरू हो गई। यह बारिश बंगाल की खाड़ी में मानसून की गतिविधियों के तेज होने के कारण हो रही है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक वेद प्रकाश ने बताया कि दो दिन तक जबलपुर और उससे सटे इलाकों में बारिश की गतिविधियां और तेज होंगी, जबकि मालवा-निमाड़ में अभी दो दिन बारिश के आसार नहीं हैं। भोपाल में भी मानसून 18 तक पहुंच सकता है।वैज्ञानिक वेद प्रकाश सिंह ने बताया कि अरब सागर में मानसून एक्टिव है। वह आगे बढ़ रहा है, लेकिन पाकिस्तान से लगातार हवाएं आने के कारण यह मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र की बॉर्डर पर अटक गया है। पाकिस्तान से हवाओं का एक और दौर बुधवार से मध्यप्रदेश में आ जाएगा। अभी एक सिस्टम पहले से एक्टिव है। ऐसे में अरब सागर से आ रहा मानसून आगे नहीं बढ़ पा रह अब तक बंगाल की खाड़ी में मानसून की गतिविधियां धीमी थीं लेकिन मंगलवार से इसने भी रफ्तार पकड़ ली है। अब यह आगे बढ़ने लगा है। इस कारण जबलपुर और उससे लगे इलाकों जैसे छिंदवाड़ा और सतना में मंगलवार को हल्की बारिश हुई। एक ट्रफ लाइन भी बन रही है। अगले दो दिन में यहां तेज बारिश हो सकती है। भोपाल में सोमवार शाम बारिश हुई थी, लेकिन मंगलवार को सिर्फ बादल ही रहे। हवाएं चलने से तपिश कम हुई, लेकिन उमस ने लोगों को परेशान किया। सिंह ने बताया कि भोपाल में मानसून की एंट्री 18 तक हो सकती है। इधर, इंदौर और उसके आसपास के इलाकों में दो दिन बाद ही बारिश के आसार बन रहे हैं। अगर अरब सागर से मानसून आता भी है, तो वह वहीं तक सीमित रहेगा। आगे बढ़ने के लिए उसे पाकिस्तान से आ रही हवाओं के थमने का इंतजार करना होगा। सोमवार को भोपाल संभाग, मालवा, निमाड़ समेत प्रदेश के कई इलाकों में प्री-मानसून बारिश का सिलसिला जारी रहा। राजधानी में सुबह से शाम तक धूप खिली रही, लेकिन शाम को शहर के कई इलाकों में तेज बौछारें पड़ीं। कहीं-कहीं तेज बारिश भी हुई। पिछले 24 घंटे में भोपाल समेत प्रदेश के 19 जिलों में प्री-मानसून बारिश हुई। उज्जैन, भोपाल, इंदौर संभाग समेत प्रदेश के पश्चिमी इलाकों के हिस्सों में तेज हवा भी चली। बड़वानी और खंडवा में तो करीब सवा तीन-तीन इंच तक पानी गिर गया।