दैनिक अवंतिका उज्जैन।
महाकाल मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था की जिम्मेदारी फिलहाल वर्तमान निजी एजेंसी क्रिस्टल के पास ही रहेगी। क्योंकि श्रावण मास आने वाला है और देशभर से मंदिर में लाखों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचेंगे। श्रावण व भादो मास में महाकाल की सवारियां भी निकलेगी। इसको ध्यान में रखते हुए फिलहाल मंदिर प्रबंध समिति ने सुरक्षा को लेकर कोई नई व्यवस्था नहीं करते हुए वर्तमान एजेंसी के ही कार्यकाल को 3 माह के लिए बढ़ा दिया है।
क्रिस्टल का ठेका वैसे तो 15 जून को ही समाप्त हो गया था। लेकिन अब सिरे से ठेका देने व टेंडर आदि की लंबी प्रक्रिया के लिए समिति के पास समय नहीं बचा है। इसको ध्यान में रखते हुए फिलहाल पहले वाली एजेंसी को ही जिम्मेदारी सौपी दी है। ताकि व्यवस्था पूर्व की तरह सुचारू रूप से चलती रहे। महाकाल मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक प्रथम कौशिक ने बताया कि अगले तीन महीने तक क्रिस्टल कंपनी पहले की तरह ही कार्य करती रहेगी। श्रावण भादो की सवारियां आदि सब निपटने के बाद आगे विचार किया जाएगा कि क्या करना है।
2 साल पहले दिया था
ठेका, 500 गार्ड लगे
मंदिर समिति ने टेंडर के जरिए क्रिस्टल को 2 साल पहले सुरक्षा का ठेका दिया था। जिसका कार्य मंदिर परिसर के साथ महाकाल लोक व सभी छोटे-बड़े मंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था करना है। एजेंसी का ठेका इसी साल 2025 में 15 जून को समाप्त हो गया। पूरे मंदिर क्षेत्र में करीब 500 लोग सुरक्षा गार्ड के रूप में तैनात है।
वेतन नहीं मिलने शिकायत भी
दूर, एक सप्ताह में मिलेगा
निजी एजेंसी क्रिस्टल के गार्डों को समय पर वेतन नहीं मिलने की भी शिकायत थी। मंदिर प्रबंध समिति ने क्रिस्टल से बात कर जल्द ही सभी कर्मचारियों को वेतन देने को लेकर बात कर ली है। बताया जाता है कि ऑडिट को लेकर वेतन में देरी हो रही थी। इस संबंध में कंपनी के जिम्मेदारों से चर्चा के बाद एक सप्ताह के अंदर वेतन देना तय हुआ है।
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