April 19, 2024

राज जमाते ही बामियान में फिर तालिबान का कहर, अल्पसंख्यक नेता की मूर्ति तोड़ी, बुद्ध प्रतिमाओं को भी बम से उड़ाया था
ब्रह्मास्त्र नई दिल्ली।  तालिबान ने अफगानिस्तान में महिला न्यूज एंकर्स को बैन कर दिया है। अफगानिस्तान के सरकारी ळश् चैनल की एंकर खदीजा अमीन को हटाकर तालिबान ने अपने लोगों से एंकरिंग शुरू करवा दी है। वहीं बल्ख प्रांत की गवर्नर सलिमा मजारी को बंधक बना लिया है। वे तालिबान के खिलाफ थीं और चरमपंथियों कोअमन की राह पर लाने की कोशिशों में जुटी थीं। तालिबान की ये हकीकत महिलाओं को आजादी देने के दावे के 24 घंटे के अंदर ही सामने आ गई है। तालिबान ने मंगलवार को ही कहा था कि वह महिलाओं पर दबाव नहीं बनाएगा। साथ ही महिलाओं से सरकार में शामिल होने की अपील भी की थी।
मुल्ला बरादर हो सकता है अफगानिस्तान का नया राष्ट्रपति
अफगानिस्तान में अब तालिबान सरकार बनाने की तैयारी में है। इस चरमपंथी संगठन का सह-संस्थापक और राजनीतिक प्रमुख मुल्ला बरादर दोहा से कंधार लौट आया है। तालिबान के शासन में वह अफगानिस्तान का राष्ट्रपति हो सकता है।
अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद तालिबान प्रवक्ता और तालिबानी संस्कृति परिषद का प्रमुख जबीउल्लाह मुजाहिद मंगलवार को पहली बार दुनिया के सामने आया। जबीउल्लाह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तालिबानी शासन का रोडमैप रखा और कहा, ‘हम किसी के प्रति नफरत की भावना नहीं रखेंगे। हमें बाहरी या अंदरूनी दुश्मन नहीं चाहिए। साथ ही कहा कि अफगानिस्तान की जमीन से किसी देश पर हमला नहीं होने देंगे।’
अब्दुल अली मजारी की प्रतिमा ध्वस्त
तालिबान ने अपना असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है और अब उसकी हाल की एक हरकत से बामियान का वह कांड याद आ गया, जिसमें आतंकी संगठन ने भगवान बुद्ध की प्रतिमा को बम से उड़ाकर तहस-नहस कर दिया था। तालिबान ने बामियान में मारे गए हजारा नेता अब्दुल अली मजारी की प्रतिमा को ध्वस्त कर दिया है। इस घटना से तालिबान ने अपने पिछले कार्यकाल के दौरान बामियान स्थित बुद्ध भगवान की मूर्तियों के विनाश की एक निष्ठुर याद की झलक दिखा दी है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट सलीम जावेद ने ट्वीट किया कि …तो तालिबान ने बामियान में मारे गए हजारा नेता अब्दुल अली मजारी की प्रतिमा को उड़ा दिया है। पिछली बार तालिबानियों उन्हें मार डाला था, बामियान स्थित बुद्ध की विशाल मूर्तियों और सभी ऐतिहासिक और पुरातात्विक स्थलों को उड़ा दिया था। बता दें कि 20 साल पहले के अपने राज में तालिबान बर्बर सजाओं और क्रूर शासन के लिए कुख्यात है।