उज्जैन हमारे लिये सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन-डीआरएम -पदभार करने के बाद किया सबसे पहले किया निरीक्षण
उज्जैन। रतलाम मंडल के डीआरएम शुक्रवार को उज्जैन पहुंचे और प्लेटफार्म नम्बर-1 का निरीक्षण किया। उन्होने अधिकारियों से कार्य योजना की जानकारी ली और व्यवस्थाओं को देखा। उन्होने कहा कि उज्जैन हमारे लिये सबसे महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है। प्रतिदिन हजारों तीर्थ यात्री श्रद्धा लेकर आते है। उनका ख्याल रखना और सुविधा प्रदान करना हमारी जिम्मेदारी है।
डीआरएम अश्वीन कुमार स्पेशन ट्रेन से शाम को उज्जैन पहुंचे थे। उनके आने की खबर लगते ही रेलवे अधिकारी प्लेटफार्म नम्बर-1 पर पहुंच गये। डीआरएम ने अधिकारियों से चर्चा कर प्लेटफार्म का निरीक्षण शुरू किया। उन्होने अंदर की व्यवस्था देखने के बाद बाहर परिसर का जायजा लिया। इस दौरान वह अधिकारियों से स्टेशन पर होने वाले कार्यो की जानकारी भी प्राप्त करते रहे। उन्होने कार्यो को लेकर दिशा-निर्देश दिये। मीडिया से चर्चा में उन्होने कहा कि उज्जैन हमारे लिये महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन है। यह उनकी पहली विजिट है, अब लगातार आते रहेगें। उज्जैन धार्मिक नगरी है, प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्री तीर्थ करने आस्था लेकर आते है। कार्यो को लेकर कहा कि अगर जल्दबाजी में काम शुरू किया जाये तो अच्छा रिजल्ट नहीं आता है। जापान में ज्यादा वक्त प्लानिंग में निकालते है और 60 प्रतिशत काम में। हमको जितना वक्त लगा रहा है उसका लेकर हम काम कर रहे है। यहां पर कई काम होना है। स्टेशन के कायाकल्प को लेकर राज्य सरकार भी काम कर रही है। उनसे सामंज्सय बनाया जा रहा है। हम जो भी कार्य करे वह लम्बे वक्त का हो। उज्जैन स्टेशन के लिये प्लान तैयार हो चुका है, जो 200 करोड का है। सिंहस्थ को लेकर भी कई कार्य होना है, उज्जैन के लिये जो भी होगा किया जायेगा। स्टेशन से महाकाल मंदिर तक के बनने वाले रोपवे के लिए भी जमीन उपलब्ध करवा दी गई है। उन्होने कहा कि प्रयागराज कुंभ के लिये रेलवे ने दो रैक उपलब्ध करवाए हैं। इंदौर से प्रयागराज के लिए दस ट्रेनें चलाई जाएंगी। जो उज्जैन होकर चलेगी। प्रयागराज में यहां से भी अधिकारियों को कुंभ की तैयारियां देखने के लिए भेजेंगे। जिससे की सिंहस्थ में उज्जैन की योजना पर भी काम किया जा सके।