रतलाम मेडिकल कॉलेज से 7 मरीजों को 1 दिन में अंग प्रत्यारोपण स्वीकृतिसभी मरीज पुरुषों को मातृशक्ति ने अंगदान किया
रतलाम । मेडिकल कॉलेज की संभागीय अंगदान प्रत्यारोपण प्राधिकार समिति के द्वारा एक बैठक में सात व्यक्तियों को अंगदान स्वीकृति देने का पहली बार प्रसंग आया है। जिसमें अंगदान करने वाली सभी मातृशक्ति रही।
उपस्थित प्रकरणों में देवास जिले के चार, शाजापुर जिले के दो एवं उज्जैन जिले से एक प्रकरण को स्वीकृति प्रदान की गई। इन सभी के अंग प्रत्यारोपण इंदौर के विभिन्न अस्पतालों में किए जा रहे हैं
बैठक शुरू होने पर समिति सदस्यों ने जिला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ आनंद चंदेलकर का पुष्पहार एवं गर्म जोशी से स्वागत किया। समिति के समक्ष किडनी दान देने व लेने वाले परिवार सदस्य ने उनके परिवार की जानकारी के सभी आवश्यक दस्तावेज बताएं। समिति ने दस्तावेज में कमियां को दूर करते हुए उसी आधार पर किडनी प्रत्यारोपण की स्वीकृति प्रदान करी।
मेडिकल कॉलेज डीन डॉ जितेंद्र गुप्ता ने बताया कि मेडिकल कॉलेज रतलाम द्वारा कम समय में पूरी जानकारी एकत्रित कर अंगदान प्रत्यारोपण स्वीकृति प्रदान की जा रही है जिससे संभाग के सभी मरीज को इसका लाभ मिल रहा है।
जिला मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी डॉ आनंद चंदेलकर ने मरीज से उनकी पुरानी बीमारी की जानकारी लेकर अंग खराब होने के कारण की सूक्ष्मदर्शी जांच की। काकानी सोशल वेलफेयर फाउंडेशन के सचिव गोविंद काकानी ने जानकारी देते हुए बताया कि मरीजों में 28 वर्ष से 57 वर्ष के 7 पुरुषों को सभी के अपने परिवार की महिलाओं द्वारा किडनी देने का वाक्या आने पर उनके परिजनों को प्रेरित करते हुए पुरुषों को भी इस कार्य में मातृशक्ति से प्रेरणा लेना चाहिए और अंग प्रत्यारोपण में आगे बढ़कर हिस्सा लेना चाहिए।
संभागीय अंगदान प्राधिकार समिति डॉ लक्ष्मी नारायण पांडे मेडिकल कॉलेज रतलाम द्वारा बिना परेशानी के स्वीकृति देने पर बड़ी संख्या में मरीज के परिजन द्वारा समिति डॉक्टर एवं सदस्यों धन्यवाद अदा किया।