बड़वानी : राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों के तहत नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के अन्तर्गत 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस का आयोजन किया गया
बड़वानी । वर्तमान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति -2020 के प्रावधानों के अनुसार भारत सरकार के निदेर्शानुसार प्रदेश को शत प्रतिशत साक्षर करने हेतु च्च्उल्लास – नव भारत साक्षरता कार्यक्रमज्ज् अन्तर्गत आज दिनांक 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. वंदना भारती द्वारा च्च्सबके लिये शिक्षाज्ज् विषय पर परिचर्चा का आयोजन किया गया। जिसमें भाग लेते हये प्राचार्य डॉ. वंदना भारती ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में शिक्षक दिवस के अवसर पर च्च्सबके लिए शिक्षाज्ज् विषय पर शुभकामना देते हुए अपने प्रेरक उद्बोधन में स्टॉफ एवं छात्राओं से आव्हान किया कि हम स्वयं शिक्षित हो और साथ ही अशिक्षित व्यक्तियों को शिक्षित कर उन्हें मुख्य धारा से जोड़े। कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. मनोज वानखेडे ने अपने उद्बोधन में कहा कि 5 सितम्बर शिक्षक दिवस देश के द्वितीय राष्ट्रपति भारत रत्न सर्वपल्ली डॉ राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस के अवसर पर मनाया जाने वाला पर्व है जिसमें हम एक दूसरे को ज्ञान विज्ञान के माध्यम से प्रेरित कर परिवार एवं राष्ट्र का निर्माण करें।प्रभारी डॉ. जगदीश मुजाल्दे ने शिक्षक दिवस पर सदन को संबोधित करते हुये कहा कि देश का विकास अच्छे से तब होगा जब अंतिम कड़ी शिक्षित होगी। वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. कविता भदौरिया ने अपने उद्बोधन में कहा कि कौशल के माध्यम से हम एक दूसरे को प्रेरित कर राष्ट्र का निर्माण करें।डॉ. स्नेहलता मुझाल्दे, डॉ. रविन्द्र बरडे, डॉ. दिनेश सोलंकी, डॉ. महेश निंगवाल एवं डॉ. विक्रम सिंह चौहान ने परिचर्चा में भाग लेते हुये अपने प्रेरक उद्बोधन से छात्राओं को साक्षरता अभियान में सहभागिता के लिया प्रेरित किया। इस अवसर पर छात्राओं ने भी शिक्षको के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम का संचालन प्रो. सीमा नाईक ने किया एवं आभार डॉ. तंजीम कायनात ने माना। इस अवसर पर वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. कविता भदौरिया, डॉ. स्नेहलता मुझाल्दा डॉ. मनोज वानखेड़े, श्री अंतिम जोशी, श्री गिरिश वर्मा एवं बड़ी संख्या में छात्राएँ उपस्थित रही।