उन्हेल : मावा व्यापारियों का आरोप प्रशासन क्यों कर रहा पक्षपात
उन्हेल । कैडबरी जैसी बहू राष्ट्रीय कंपनी की बिक्री बढ़ाने के लिए खाद्य विभाग के अधिकारी लगातार मावा निमार्ता और मावे से बने उत्पादों की दुकानों पर छापा मारकर लगातार बदनाम कर रहे हैं नागरिक अधिकार मंच के जिला सयोजक अभय चोपड़ा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि क्षेत्र का मावा उद्योग समाप्त होने की कगार पर है बताया जाता है कि पिछले दिनों लगभग सो सेपल खाद्य अधिकारी द्वारा लिए गए और ऐसा माहौल बनाया गया कि क्षेत्र में भारी मात्रा में नकली मावा बनाया जा रहा है जब 100 सेपल में से एक भी सैंपल एक भी नकली या घातक नहीं पाया गया जरूर सब स्टैंडर्ड के 8 सैंपल पाए गए खाद्य विभाग की इस कार्रवाई से मावे और मावे से बनी मिठाई के प्रति जनता का विश्वास समाप्त हो गया जिससे मावा व्यवसाई पर काफी असर पड़ा और इसका परिणाम यह हुआ कैडबरी की बिक्री काफी बढ़ गई जनता को पता नहीं है कैडबरी का एक पे केट 1000 रुपए का आता है त्योहार गिफ्ट के नाम से जबकि इस जनता का 400 की मिठाई से काम चल जाता है मैं स्थानीय मीडिया विनती करता हूं कि हमारे क्षेत्र के छोटे मोटे मिठाई व्यवसाय एवं मावा निमार्ता की समस्या को समझते हुए जनता में हुए भय के माहौल को समाप्त करें