April 25, 2024

उज्जैन महापौर की नई योजना, इंदौर के मेयर से भी हो गई बात, अगले माह से हो सकती है शुरू

इंदौर। उज्जैन में महाकाल ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से लोग आते हैं। यहां प्रतिदिन अलसुबह मंदिर में भस्म आरती होती है, जिसमें शामिल होने के लिए श्रद्धालु उत्साहित रहते हैं। देर रात ही आरती के लिए भक्तों की लाइन लगने लगती है। बाहर से आने वाले कई श्रद्धालु भस्मारती में शामिल होने के लिए पहले इंदौर आते हैं ,यहीं रुकते हैं और फिर यहां से उज्जैन जाते हैं।
श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए अब उज्जैन नगर निगम ने भस्मारती एक्सप्रेस शुरू करने की तैयारी की है। जो श्रद्धालुओं को भस्मारती के समय अनुसार इंदौर से लेकर उज्जैन जाएगी और वापस उन्हें इंदौर लाकर छोड़ेगी।
दरअसल, इंदौर में गुरुवार को यू-20 (अर्बन-20) सम्मेलन का आयोजन हुआ, जिसमें देश के अलग-अलग शहर के मेयर शामिल हुए। उज्जैन के मेयर मुकेश टटवाल भी सम्मेलन के लिए इंदौर आए थे। उन्होंने चर्चा में भस्मारती एक्सप्रेस के बारे में जानकारी दी। इसे लेकर उनकी इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव से भी बात हो चुकी है।
उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल ने बताया कि भस्मारती एक्सप्रेस के रूप में हम इलेक्ट्रिक बस का संचालन करेंगे। सं‌भवत: अगले महीने तक यह शुरू हो जाएगी। इसका किराया अभी निर्धारित नहीं किया है। लेकिन यह न्यूनतम ही रहेगा और पूर्णत: सुविधाजनक रहेगी। जो इंदौर में ही ठहरते है और विशेषकर भस्मारती के लिए ही आते हैं। उनकी सुविधा के लिए एक भस्मारती एक्सप्रेस उज्जैन से इंदौर के बीच में चलाने वाले हैं। भस्मारती एक्सप्रेस की विशेषता ये होगी कि ये भस्मारती के समय से चलेगी और सीधे भस्मारती द्वार तक लेकर जाएगी। भस्मारती के बाद वापस यात्रियों को इंदौर लाकर छोड़ेगी। इसकी हमने पूरी योजना बना ली है। टिकट की बुकिंग ऑनलाइन होगी। शुरुआत में एक बस रहेगी। फिर आवश्यकतानुसार बसों की संख्या बढ़ाते जाएंगे।

ये होगा फायदा

भस्मारती एक्सप्रेस की शुरुआत से श्रद्धालुओं को अत्यधिक फायदा होगा। पहला तो ये कि उन्हें इंदौर से भस्मारती के समय अनुसार बस की सुविधा उपलब्ध होगी। उन्हें इसके लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। बस सीधे मंदिर के गेट पर उतारेगी। इससे श्रद्धालुओं को मंदिर तक पहुंचने के लिए भी परेशानी नहीं उठानी पड़ेगी।
फिलहाल उज्जैन बस स्टैंड पर ही बस श्रद्धालुओं को उतार देती है और वहां से पैदल या अन्य साधनों की मदद से श्रद्धालु मंदिर तक पहुंचते हैं। भस्मारती के लिए श्रद्धालुओं को देर शाम या दिन में ही उज्जैन पहुंचना होता है। ऐसा कोई साधन नहीं है जो ठीक समय पर उन्हें इंदौर से उज्जैन महाकाल दर्शन करवा कर वापस ले आए।