April 25, 2024

उज्जैन। मिलवाटी और नकली मावा बनाने का गढ़ बन चुके उन्हेल में रविवार को एक बार फिर प्रशासन और खाद्य सुरक्षा औषधी प्रशासन की टीम ने दबिश दी। कोल्ड स्टोरेज में रखी 25 किलोग्राम की 987 डलिया सीज की गई। टीम ने एक मकान की बाथरूम में छुपाकर रखा गया स्किम्ड मिल्क पाउडर भी बरामद किया है।
कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम के आदेश पर रविवार दोपहर एडीएम अनुकुल जैन के निर्देशन में नागदा एसडीएम आशुतोष गोस्वामी और खाद्य सुरक्षा औषधी प्रशासन की टीम ने उन्हेल से 5 किलोमीटर दूर इटावा में सबसे पहले मानसिंह आंजना के घर पर दबिश दी। जहां बाथरूम में 24 बोरी स्किम्ड मिल्क पाउडर छुपाकर रखा गया था। मानसिंह से पूछताछ करने पर उसका कहना था कि मिल्क पाउडर 10 मई की सुबह ओमप्रकाश जैन ने मेरे घर पर रखवाया था। जिसका उपयोग मावा बनाने में किया जाता है। खाद्य सुरक्षा औषधी प्रशासन की टीम ने सांवरिया स्प्रे ड्राईड के साथ नेचुरल डिलाईट ड्राईड स्किम्ड मिल्क पाउडर के नमूने जांच के लिये भेजे है। शेष 598 किलोग्राम पाउडर सीज किया गया है। प्रशासन के पास उन्हेल स्थित चौपड़ा धाकड स्कूल के पीछे बने कोल्ड स्टोरेज में भी बड़ी मात्रा में मावा रखा होने की सूचना थी। टीम ने मौके पर पहुंच दबिश दी, कोल्ड स्टोरेज मयूर जैन के नाम पर था। जहां कई व्यापारियों को 24 हजार 675 किलोग्राम मावा रखा था। प्रशासन ने जांच में पाया कि एक डलिया में 25 किलो मावा भरा हुआ है। कोल्ड स्टोरेज में 987 डलिया रखी हुई है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी बसंत दत्त शर्मा ने बताया कि मावा के सेम्पल भरे गये है। जिसे जांच के लिये प्रयोगशाला भेजा गया है। कोल्ड स्टोरेज में रखा मावा रिपोर्ट आने तक सीज कर दिया गया है। गौरतलब हो कि उन्हेल मावा बनाने का गढ़ है, जहां से पूरे देश में मावे की सप्लाय की जाती है। पांच दिनों में प्रशासन की दूसरी बड़ी के बाद मावा व्यापारियों में हड़कम्प मच गया है।