March 29, 2024

सारंगपुर। दुध में पानी मिलाने, यूरिया और फार्मोलिन डालकर बेचने का फामूर्ला अब पुराना हो चुका है। अब दूध कारोबारी नकली दूध बनाकर उसे असली दूध में मिलाकर धड़ल्ले से बेच रहे हैं। इसमें उन्हें इसलिए भी खतरा नहीं लगता है क्योंकि अगर वह ऐसा करते पकड़े भी जाए तो सिर्फ नीचले स्तर के संचालक या कर्मचारी पर सारा आरोप शासन-प्रशासन द्वारा डाल दिया जाता है और जो इस कारोबार को चला रहे है उन तक कानून के हाथ नहीं पहुंचते है। 10-11 मई की रात्रि में मऊ में नकली दुध के सेंटर पर भी कुछ ऐसा ही हुआ और सिर्फ एक व्यक्ति पर प्रकरण बनाकर उसे जेल भेजकर इतिश्री कर दी गई जबकि इस कारोबार के असली सरगना भोपाल में बैठे है और स्थानीय स्तर पर भी कुछ और हिस्सेदार इस कारोबार के है लेकिन प्रशासन शायद उन तक पहुंचना ही नहीं चाहता है।