April 19, 2024

छापामारी खत्म, मनी लांड्रिंग का शक

इंदौर। जमीनी जादूगर सुरेंद्र संघवी और उनके पुत्र प्रतीक संघवी को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार कर लिया है। खबर में बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह ईडी के अधिकारियों ने उनकी गिरफ्तारी ली। हालांकि ईडी की ओर से गिरफ्तारी की पुष्टि समाचार लिखे जाने तक नहीं हुई थी। कनाड़िया रोड स्थित आवास से गिरफ्तार कर ईडी अधिकारी उन्हें स्थानीय कार्यालय ले गए हैं, जहां दोनों से पूछताछ किया जाना बताया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि पूछताछ के लिए जांच एजेंसी कोर्ट से रिमांड की मांग करेगी।
जमीन कारोबारी सुरेंद्र संघवी और जेल में बंद भूमाफिया दीपक जैन उर्फ मद्दा के ठिकानों पर गुरुवार सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने छापा मारा था। सुरेंद्र संघवी कांग्रेस नेता पंकज संघवी के बड़े भाई हैं। भोपाल से आए ईडी के अधिकारियों की टीम जांच के लिए कनाड़िया रोड स्थित संघवी के घर और गुलमोहर कालोनी स्थित दीपक के घर पहुंची थी। जमीन के कारोबार में काले धन का लेन-देन और मनी लांड्रिंग की जांच के लिए ईडी टीम जांच कर रही है।

सुबह घर पहुंचकर अधिकारियों ने ली गिरफ्तारी

जांच के बाद रात करीब साढ़े ग्यारह बजे ईडी के अधिकारी संघवी के निवास से निकल गए थे। सुबह अधिकारी फिर पहुंचे और गिरफ्तारी की प्रक्रिया पूरी की। बताया जा रहा है संघवी और मद्दा पर ईडी की ताजा कार्रवाई देवी अहिल्या गृह निर्माण सोसायटी मामले से ही जुड़ी है।

कुछ महीने पहले आयकर ने भी मारा था छापा

सुरेंद्र संघवी के पुत्र प्रतीक संघवी और दीपक मद्दा सोसायटी के जमीन की खरीद व हेरफेर करने वाली कंपनी सिंपलेक्स से सीधे जुड़े थे। संघवी बंधुओं पर कुछ महीनों पर आयकर ने भी छापा मारा था। इसी दौरान आयकर ने 200 करोड़ से ज्यादा की गड़बड़ी पकड़ने का दावा किया था।

संघवी और मद्दा के पास 9108 करोड़ की संपत्ति, इसीलिए चढ़े ईडी की नजर में

सूत्रों का कहना है कि जिला प्रशासन ने पिछले दिनों भू माफियाओं को लेकर एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसमें बताया जाता है कि सुरेंद्र संघवी और दीपक मद्दा की ही जमीनी संपत्ति 9108 करोड़ रुपए के आसपास आंकी गई थी। सुरेंद्र संघवी को जमीनी कारोबारियों का मुखिया माना जा रहा है। समझा जाता है कि इसीलिए संघवी और मद्दा ईडी की नजर में चढ़ गए।