April 20, 2024

ब्यावरा। देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए रविवार को नीट-2023 परीक्षा पहली बार ब्यावरा मे कड़ी सुरक्षा और सीसीटीवी की निगरानी में शांतिपूर्ण संपन्न हुई । दूसरी बार राजगढ़ में आयोजित नीट परीक्षा को लेकर 3 परीक्षा केंद्र बनाया गये थे । परीक्षा के जिला प्रभारी ए . साहा प्राचार्य स्वामी विवेकानंद विद्यालय राजगढ़ ने तीनों केंद्रों के केंद्राध्यक्षों, आॅब्जर्वरो एवं निरीक्षकों को 1 दिन पूर्व प्रशिक्षण देकर परीक्षा संबंधित सभी नियमों से अवगत कराया एवं परीक्षा के दिन केंद्रों का दौरा कर परीक्षा संचालन हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दी। शांतिपूर्ण परीक्षा संपन्न करने के लिए केंद्रों पर सुरक्षा एजेंसियों के साथ साथ पुलिस बल की भी तैनाती की गई थी।
जिले में 1117 बच्चों ने दिया नीट की परीक्षा
नीट के जिला प्रभारी ए. साहा ने बताया कि जिले में तीन केंद्रों स्वामी विवेकानंद विद्यालय राजगढ़, केंद्रीय विद्यालय एवं प्रोग्रेसिव हाइट्स ब्यावरा में परीक्षा संपन्न हई । तीनों केंद्र मिलाकर 1136 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड थे, जिसमें से 1117 उपस्थित हुए । इस तरह उपस्थिति 98 प्रतिशत रही । परीक्षा 2 बजे से 5.20 बजे तक थी , लेकिन नीट द्वारा परीक्षा जांच प्रक्रिया पूरी करने हेतु उम्मीदवारों को सुबह 11 बजे से ही केंद्रों पर आने को कहा गया था । हर उम्मीदवार का बायोमेट्रिक हाजरी बनाई गई, इसके बाद जांच पड़ताल कर परीक्षा कक्षा में प्रवेश कराया गया। कुछ परीक्षा केंद्र-जैसे स्वामी विवेकानंद विद्यालय राजगढ़ में परीक्षार्थियों की सुविधा का विशेष ध्यान रखा गया, जांच प्रक्रिया के बाद परीक्षा कक्ष में जाने से पूर्व का समय परीक्षार्थियों की प्रतीक्षा समय के दौरान उन्हें हर प्रकार का सहयोग एवं सुविधा प्रदान की गई । उनके बैठने हेतु कुर्सियां, पीने की पानी की व्यवस्था, उनके दस्तावेजों में कोई कमी रह गई हो उन्हें पूरा कराने, फोटो चिपकाने ,अंगूठा का निशान लगवाने के साथ-साथ उनका उत्साह एवं मनोबल बनाए रखने में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने पूर्ण सहयोग प्रदान किया। नीट परीक्षा प्रश्न पत्र में कुल 200 मल्टीपल चॉइस प्रश्न दिए गए थे । जिसमें 50 भौतिक, 50 रसायन , 50 बॉटनी एवं 50 जूलॉजी के प्रश्न थे। प्रत्येक विषय के प्रश्नों को दो सेक्शन ए एंड बी में विभाजित किया गया था । सभी परीक्षार्थी अपने जिले में ही केंद्र मिल जाने से अत्यंत उत्साहित थे एवं इससे उनके मन में परीक्षा का भय भी कम हुआ है।